
आलोक
इस साल बारिश की बेरुखी ने सभी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। वर्षा जल संरक्षण के लिए चलाए जा रहे प्रयास भी बारिश ना होने से बेअसर साबित होंगे, फिर भी संभावनाओं के प्रति आशान्वित होते हुए बिलासा कन्या महाविद्यालय यानि गर्ल्स डिग्री कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं ने इस रविवार को बिलासपुर से सटे दोमुहानी, ढेका और महमद में पहुंचकर जन जागरूकता अभियान चलाया ।
कॉलेज की छात्राओं ने जहां स्वयं सफाई अभियान को कार्य रूप में फलीभूत किया, वही ग्रामीणों को वाटर हार्वेस्टिंग की जरूरत और अहमियत पर जानकारी भी दी। ग्रामीणों को जागरूक करते हुए बताया गया कि वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से किस तरह भूगर्भ जल को वापस रिचार्ज किया जा सकता है। बारिश के दिनों में ग्रामीण इलाकों में कई तरह की बीमारियों का भी प्रकोप होता है, खासकर जल जनित रोगों की बाढ़ आ जाती है । वैसे हालात से किस तरह बचा जाए इसकी जानकारी दी गई। पेयजल की शुद्धता और भोजन में साफ सफाई की जानकारी देते हुए डायरिया या अन्य बीमारियों के दौरान किस तरह के कदम उठाने हैं यह जानकारी भी छात्राओं ने दी। ग्रामीण इलाकों में यह सलाह भी दी गई कि वे खाली पड़ी जमीनों में छोटे-छोटे कच्चे गड्ढे बनाएं ,जिस में वर्षा जल को संरक्षित किया जा सके । गर्ल्स डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने यहां नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छ भारत अभियान, जल संरक्षण, शिक्षा और अन्य मुद्दों को बड़ी सहजता से उकेरा और गांव में सफाई की अहमियत की जानकारी दी । ग्रामीणों ने भी छात्राओं के साथ तालमेल बिठाते हुए उनकी कही बातों पर अमल करने का वादा किया है।