
देवेन्द्र निराला
रायपुर- तिल्दा नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में हारी हुई बाजी को जीतकर कांग्रेस ने अपना झंडा गाड़ दिया। 20 साल बाद तिल्दा नगर पालिका पर कांग्रेस का कब्जा हुआ , निर्वाचित पार्षदों की संख्या से दोगुने से ज्यादा वोट हासिल कर कांग्रेस की लेमिक्षा गुरु अध्यक्ष पद पर काबिज हुई। मुख्यमंत्री ने इस जीत को कांग्रेस की बड़ी जीत मानते हुए लेमिक्षा गुरु,गुरु बालदास साहेब को मिठाई खिलाकर बधाई दी। तिल्दा नगर पालिका में भाजपा के 13 पार्षद निर्वाचित हुए हैं , वहीं कांग्रेस के महज 6 पार्षद ही विजयी हुए। बावजूद इसके कांग्रेस ने फिर भी दांव खेलते हुए लेमिक्षा गुरु को अध्यक्ष पद के लिए उतारा , वहीं दूसरी ओर भाजपा ने पूरे विश्वास के साथ कृष्णा शर्मा को मैदान में उतारा। लेकिन उत्साह से लबरेज भाजपा की उम्मीदों पर तब पानी फिर गया , जब परिणाम सामने आया। 6 पार्षद वाली कांग्रेस के पक्ष में 15 वोट पड़े , वहीं दूसरी ओर भाजपा को केवल 7 वोट पड़े।
इस तरह से चुनाव में आधे भाजपा पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए कांग्रेस की लेमिक्षा गुरु के पक्ष में मतदान करते हुए उन्हें अध्यक्ष के पद पर बैठाकर कांग्रेस के 20 सालों का सूखा खत्म कर दिया। हालांकि उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा अपनी साख बचाने में कामयाब रही। भाजपा के विकास सुखवानी को उपाध्यक्ष बनाया गया। नगर पालिका तिल्दा में कुल 22 वार्डों में पार्षदों का चुनाव हुआ जिसमें भाजपा से 13 कांग्रेस से 6 जनता कांग्रेस से 2 और 1 निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। अध्यक्ष बनने पर लेमिक्षा गुरु ने सभी को साथ में लेकर कार्य करने व विश्वास पर खरा उतरने की बात कही।