
रमेश राजपूत
रायगढ़ – बेहद ही हृदयविदारक घटना में एक महिला ने अपने ढेड़ साल के बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी है, जिसने ऐसा इसलिए किया कि वह आत्महत्या करने वाली थी जिससे उसका बेटा अनाथ हो जाता…घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर अनाथ होना ज्यादा तकलीफ़ दायक होगा या जीवन का अंत करना। घटना के संम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार 04.06.2024 के सुबह डायल-112 के माध्यम से घरघोड़ा राइनो को इवेंट मिला कि ग्राम बरौनाकुण्डा जूनाडीह में एक महिला द्वारा अपने डेढ साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी गई है । घरघोड़ा राइनो में कार्यरत आरक्षक दीपक खलखो द्वारा थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक अमित तिवारी को इवेंट की जानकारी देकर मौके पर रवाना हुआ । घटनास्थल पर पहुंची घरघोड़ा पुलिस द्वारा शव एवं घटनास्थल का निरीक्षण, पंचनामा कार्यवाही पश्चात शव को पीएम के लिये रवाना किया गया । घटना के संबंध में सरपंच समेश्वर साय राठिया ने बताया कि मृत बालक – आयुष धोबी उम्र करीब डेढ साल (1.5 साल) को उसकी मां लक्ष्मी धोबी द्वारा 04.06.2024 के रात्रि करीब सुबह 03.30 बजे गला दबा कर हत्या कर दिया गया है । पुलिस ने तत्काल आरोपी महिला को हिरासत में लेकर थाना लाया गया । घटना के संबंध में मर्ग कायम कर धारा 302 आईपीसी का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । आरोपिया लक्ष्मी धोबी पति मधुकुमार धोबी उम्र 21 वर्ष निवासी बरौनाकुण्डा जूनाडीह, थाना घरघोड़ा से पूछताछ करने पर उसने बताया कि कल रात्रि घर के अंदर बच्चे के साथ सोयी थी, पति आंगन पर सोया था । वह कई दिनों से आत्महत्या का विचार की थी, आत्महत्या के बाद बेटा अनाथ हो जायेगा सोंचकर पहले बेटे का हाथ से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी । घरघोड़ा पुलिस द्वारा आरोपिया को हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम, अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन पर अबोध बालक की हत्या मामले में आरोपिया की तत्काल गिरफ्तारी में निरीक्षक थाना प्रभारी घरघोड़ा अमित तिवारी, एएसआई राजेश मिश्रा, आरक्षक राजेश राठौर, किशोर राठौर, दीपक खलखो, महिला आरक्षक गायत्री यादव, रश्मि तिर्की शामिल थी ।