
उदय सिंह
जांजगीर चाम्पा- के एस के महानदी पावर कम्पनी लिमिटेड नरियरा के द्वारा विगत 5 महीने से निलंबित भुविस्थापित मजदूरों को एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि बहाली के लिए एच एम एस यूनियन लगातार आंदोलन जारी रखे हुए है शासन प्रशासन की अनदेखी के वजह से भुविस्थापित किसान परिवार के मजदूर जमीन खोने के बाद नौकरी भी खो चुके है, ऐसे में शासन प्रशासन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल उठ रहा है गौरतलब है कि निर्माण के समय से ही यह प्लांट विवादों में रहा है हमेशा से किसान मजदूर सभी वर्ग का भारी शोषक रहा है
अभी वर्तमान में भी एच एम एस मजदूर संघ के द्वारा मजदूरों की बहाली के लिए लगातार 54 दिन हो गए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी है फिर भी कम्पनी प्रबन्धन तो दूर की बात है शासन प्रशासन ने सुध तक नही ली है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 20 भुविस्थापित मजदूरो को बर्खास्त कर दिया गया है ऐसे में उनके परिवार का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
तहसीलदार ने दिया नोटिस
मामले में प्रशासन द्वारा न तो कुछ सुनवाई की जा रही है न ही कोई मदद की जा रही है बल्कि उल्टे अकलतरा तहसीलदार ने धरने में बैठे भूविस्थापित मजदूरों को नोटिस किया गया है कि जल्द से जल्द धरना प्रदर्शन समाप्त करें अन्यथा वैधानिक कार्रवाई की जायेगी, तहसीलदार का नोटिस मजदूरों के लिए प्रशासन के दमनात्मक रैवये को दर्शा रहा है।