
रमेश राजपूत
बिलासपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश मे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने लिए गए लॉक डाउन को आगामी 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है, वहीँ इस संकट की घड़ी में देशवासियों से सात बातों का पालन करने अपील की है, जिसके माध्यम ही इस वैश्विक महामारी से विजय मिल सकती है। मंगलवार को एक बार फिर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को याद किया, जिसके बाद उन्होंने देशवासियों के संयम की सराहना की और कहा कि यह दौर देश के लिए संकट का समय है, लॉक डाउन चल रहा है, इसके दौरान भी सभी ने धैर्य से सभी पर्वो और त्योहार को घरों में शालीनता से मनाया है, आज पूरा विश्व इस महामारी से ग्रसित है, लेकिन भारत जिस तरह से कदम उठा रहा है, निर्णय ले रहा है उसकी ही वजह से देश मे संक्रमण की स्थिति अन्य देशों की अपेक्षा कम तर है, क्योकि उसी दौरान अन्य देशों में वायरस का संक्रमण 25 से 30 गुना बढ़ा है। देश ने जो निर्णय लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया उसी का लाभ हमे मिला है, उन्होंने कहा कि भले ही हमारे पास सीमित संसाधन है आर्थिक स्थिति पर बड़ा असर हुआ है, लेकिन वह हमारे देशवासियों से अधिक जरूरी नही है, देश की जनता एहमियत रखती है। कोरोना जिस तरह फैल रहा है उसने सभी देशों के हेल्थ एक्सपर्ट को ज्यादा सतर्क कर दिया है। नुकसान कम हो, लड़ाई में कैसे विजयी हो इस पर सभी से चर्चा की गई, जिसके बाद आगामी 3 मई तक लॉक डाउन को बढ़ाने का निर्णय लिया गया, इस दौरान उन्होंने कहा कि अब अधिक अनुशासन का पालन करना है, सभी देश वासियों से प्रार्थना है, किसी भी कीमत पर कोरोना को नए क्षेत्रो में नही फैलने देना है, स्थानीय स्तर पर एक भी मरीज बढ़ता है या किसी की मृत्यु होती है तो हमे और चिंता करनी चाहिए, सभी हॉटस्पॉट के प्रति सतर्क रहना है, नए हॉटस्पॉट बनना नए संकट को पैदा करेगा, आगामी 20 अप्रैल तक लॉक डाउन में और कठोरता अपनाई जाएगी, किस क्षेत्र में संक्रमण से कितना बचाया गया, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया, लॉक डाउन के नियमो का पालन किया गया इसका मूल्यांकन किया जाएगा, जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे उन्हें 20 अप्रैल से कुछ जरूरी अनुमति सशर्त दी जाएगी, वही इस दौरान लॉक डाउन के नियम अगर टूटते है तो अनुमति वापस ले ली जाएगी, इस संबंध में बुधवार को एक विस्तृत गाइड लाइन जारी की जाएगी, 20 अप्रैल से सीमित छूट का प्रावधान किया जाएगा, सर्वोच्च प्राथमिकताओ में गरीब परिवार को राहत पहुँचाने हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने देशवासियों को बताया कि देश मे दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त भंडार है, वही अब तक एक से बढ़कर 220 लैब वायरस के संक्रमण की जांच के लिए काम कर रहे है, 1 लाख से अधिक आईसोलेटेड बेड की व्यवस्था की जा चुकी है वही 6 सौ हॉस्पिटल काम कर रहे है।
सात वचन का पालन करने की अपील…
इस दौरान प्रधानमंत्री ने देशवासियों से इस संघर्ष की घड़ी में सात नियमों का पालन करने की अपील की,
1 अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखे, जिन्हें पुरानी बीमारी है उन्हें संक्रमण से दूर रखना है,
2 लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पालन करना है,
3 अपनी इम्युनिटी बढ़ाने आयुष मंत्रालय द्वारा दिए जा रहे निर्देशो का पालन करना है
4 कोरोना संक्रमण की जानकारी के लिए बनाये गए आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करें,
5 जितना हो सके गरीब परिवारों की सहायता करे,
6 अपने व्यवसाय में अपने साथ काम करने वाले, कर्मचारियों, सहयोगियों को नौकरी से न निकाले उनकी मदद करें
7 और आखिर सबसे महत्वपूर्ण हमारे कोरोना योद्धाओं डॉक्टर, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों का सम्मान करें , उन्होंने इन सात बातों में सबका साथ मांगते हुए कहा कि यही कोरोना के साथ लड़ाई में विजय होने का मार्ग है, जिसे पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉक डाउन के दौरान पालन करना है।