
शहरवासी अभी भी बेतरतीब यातायात के दबाव गहरे गड्ढों के पास से गुजरने का जोखिम धूल के गुबार का सामना कर रहे हैं ऐसी स्थिति में जनता जनार्दन खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है

आकाश दत्त मिश्रा
बिलासपुर शहर में बीते 10 वर्षो से चल रही सीवरेज प्रोजेक्ट की खुदाई का तत्कालीन समय मे विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक अमर अग्रवाल का ताबड़तोड़ विरोध प्रदर्शन किया था और मांग की थी कि सीवरेज की खुदाई तत्काल बंद की जाए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के अनुसार यह भी कहा गया कि सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए बिलासपुर शहर परफेक्ट नहीं है क्योंकि घनी आबादी और पुरानी बाहर बसाहट के चलते पाइप लाइनों का सभी शौचालयों से कनेक्शन कर पाना संभव नहीं है यह प्रोजेक्ट नए बताए गए शहर के लिए उपयुक्त है विरोध प्रदर्शन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने ना सिर्फ नारेबाजी की बल्कि शहर को खोजापुर का नाम दिया साथ ही सीवरेज को राक्षस रूपी प्रोजेक्ट बताया इसमें कोई दो राय नहीं है कि बिलासपुर शहर की जनता सीवरेज के कार्य से हलकान हो गई थी जगह-जगह सड़कों पर हो रही खुदाई अव्यवस्थित यातायात धूल के गुबार गहरे गड्ढे में गिरने का जोखिम यह सारी चीज है शहरवासियों को बीते 10 वर्षों से परेशान कर रही थी ऐसे में सत्ता के शीर्ष पर बैठे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जनता का गुस्सा लाजमी था इसे बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बखूबी बुलाया है लेकिन वर्तमान समय को देखे तो बिलासपुर शहर में सीवरेज की खुदाई अभी भी जारी है जबकि अब सत्ता की कमान कांग्रेस के हाथ में है जो सीवरेज का विरोध करते थे खुदाई रोकने के लिए अनशन करते थे आज वे सीवरेज की खुदाई को चुप्पी साध कर देख रहे हैं स्वीकार कर रहे हैं अब किसी भी प्रकार का कोई भी विरोध प्रदर्शन नहीं हो रहा है इसे किस तरह से लिया जाए य जनता को तय करना है चुनाव के पहले सीवरेज प्रोजेक्ट हर लिहाज से कांग्रेस के लिए एक बड़ा मुद्दा था शहर की जनता ने हलकान हो कर कांग्रेस की इस विरोधी स्वर में ताल से ताल मिलाई थी लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है इसके बावजूद सीवरेज प्रोजेक्ट के कार्यप्रणाली में कोई परिवर्तन नहीं आया है शहरवासी अभी भी बेतरतीब यातायात के दबाव गहरे गड्ढों के पास से गुजरने का जोखिम धूल के गुबार का सामना कर रहे हैं ऐसी स्थिति में जनता जनार्दन खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है