
इस गिरोह के पकड़े जाने से रतनपुर और पेंड्रा इलाके में लोगों ने राहत की सांस ली है
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
पिछले कुछ दिनों से रतनपुर और पेंड्रा इलाकों में घरों और खासकर दुकानों की दीवारों में सेंध लगाकर चोरी करने की घटना में तेजी से इजाफा हुआ था। चोरी करने की यह बहुत पुरानी परंपरा है। इस मॉडस अपेंडी को ध्यान में रखकर एसपी अभिषेक मीणा ने विभाग को अपना मुखबिर तंत्र तेज करने का निर्देश दिया। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि रतनपुर और पेंड्रा मरवाही इलाके में कई बार गिरफ्तार हो चुका गिरवर उर्फ जग्गू जयसवाल इन दिनों अनाप-शनाप खर्च कर रहा है। जग्गू मूलतः चपोरा थाना क्षेत्र रतनपुर का रहने वाला है जो वर्तमान में बघवा मंदिर के पास किराए का मकान लेकर रह रहा था। उसके द्वारा काफी नगदी खर्च करने पर पुलिस को संदेह हुआ और घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया। पहले तो वह पुलिस को छकाता रहा लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर वो टूट गया और उसने बताया कि पिछले 1 साल से वह अपने साथी तिलक पावले और छत्रपाल कुम्हार के साथ मिलकर पेंड्रा, रतनपुर, बेलगहना आदि स्थानों के आस-पास किराना दुकानों में लगातार दीवाल में छेद कर नगदी रकम चोरी कर रहा था।
उसके इस बयान के बाद पुलिस ने उसके अन्य दोनों आरोपी तिलक वादी और छत्रपाल कुम्हार को भी धर दबोचा। जिनके पास से चोरी की रकम में से 47,000 रुपये और सेंध लगाने के औजार के अलावा एक मोटरसाइकिल जप्त किया गया है । इनके द्वारा पेंड्रा जिले में रमेश गुप्ता के किराना दुकान से 5000 रुपये चोरी किया गया था वहीं पेंड्रा के सुशील गुप्ता के दुकान से इन लोगों ने 10,000 रुपये और मोबाइल एवं रिचार्ज वाउचर चोरी किया था। पंजाब बैंक चपोरा के पीछे दीवार में सेंध लगाकर भी इन लोगों ने चोरी का प्रयास जरूर किया था लेकिन दरवाजा नहीं खुलने से यह कामयाब नहीं हो पाए। इस मामले का मुख्य आरोपी जग्गू जयसवाल पहले भी डकैती और चोरी के कई मामले में पकड़ा जा चुका है। वही तिलक सरगुजा जिले में हत्या सहित डकैती के प्रकरण में गिरफ्तार किया गया था। तीसरा आरोपी छत्रपाल कुम्हार भी मरवाही क्षेत्र का शातिर चोर है। इस गिरोह के पकड़े जाने से रतनपुर और पेंड्रा इलाके में लोगों ने राहत की सांस ली है।