
रमेश राजपूत
राजनांदगांव – देश मे कोरोना की दस्तक के बाद मानो सब कुछ तबाह हो गया था, लॉक डाउन के चलते चारों तरफ वीरानी छाई थी, लोग घर मे दुबक कर कोरोना के खत्म होने का इंतज़ार कर रहे थे, दिन बीतते गए और धीरे धीरे मौत का मंजर कम होने लगा, और आखिरकार कोरोना वेक्सीन का इंतज़ार खत्म हुआ। वेक्सीन के आते ही लगा अब सब कुछ ठीक हो जाएगा। लोगों में कोरोना का डर खत्म होने लगा।और कोरोना मरीजों की घटती संख्या को देखते हुए महीनों से बंद पड़े स्कूल और कॉलेजों को खोलने का आदेश दे दिया गया।
पर इस बीच लोग सावधानी बरतना भूलने लगे, मास्क पहनना छोड़ दिए,और उस दौर में जिस सेनेटाइजर मारामारी थी, अब उसे भी लोग इस्तेमाल लाना कम कर दिए। कुछ लोग ही मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग करते नज़र आए, बाज़ारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोग मजे से घूमने लगे पर अचानक एक बार फिर देश के कई राज्यों के साथ ही प्रदेश में कोरोना की धमक नज़र आने लगी है।
आपको बता दें महाराष्ट्र में बीते दिनों कोरोना संक्रमितों की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है यहाँ 3 हज़ार से ज़्यादा कोरोना मरीजों की पहचान एक साथ हुई थी,जिसे देखते हुए यहाँ के मेयर ने चिंता व्यक्त करते हुए कोरोना मरीजों के मामले बढ़ने पर राज्य को एक बार फिर लॉक डाउन करने मुख्यमंत्री से चर्चा करने की बात कही थी। बात वही मुंबई मेयर ने तो फिर से लॉकडाउन के लिए भी आगाह कर दिया है और मेयर किशोरी पेडनेकर ने भी बताया था कि महाराष्ट्र सरकार दूसरे लॉकडाउन के बारे में विचार कर सकती है। वही अब राजनांदगांव में भी कोरोना बम फूटा है। जिंसमे युगांतर पब्लिक स्कूल के 11 शिक्षक और 2 छात्र कोरोना पॉजिटिव आए है। जिससे स्वास्थ्य विभाग समेत जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है और एक बार फिर कोरोना की दहशत छात्र छात्राओं समेत शहर में देखने को मिली है।
भले ही कोरोना के मरीजों की संख्या कम हुई है पर हमें सावधानी बतरने की ज़रूरत है जिससे आप और आपका परिवार कोरोना जैसी घातक बीमारी से दूर रह सके,याद रखिए कोरोना का आतंक कम हुआ पर खत्म नही, और इसे आप और हम मिलकर ही खत्म कर सकते है जिसके लिए शासन के नियमों का पालन कर बेहद ज़रूरी है।