
सभी अफसरों को फटकार लगाते हुए साफ कहा कि अगले कुछ दिनों में अपराध और अपराधियों पर नकेल कसे अन्यथा खुद पर कार्यवाही के लिए तैयार रहे
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
पुलिस अफसरों को अब अपनी पुलिस पर भरोसा नहीं रहा है इसीलिए तो पुलिस से अधिक भरोसा सीसीटीवी पर किया जा रहा है। तभी तो अपराधों पर अंकुश लगाने में नाकाम थानों के अफसरों की आई जी ने ली बैठक और बनाई रणनीति।
नया साल पुलिस महकमे के लिए सही साबित नहीं हो रहा ।साल का तीसरा महीना शुरू हुआ है और पुलिस को लगातार चुनौतियां मिल रही है। एक तरफ नई सरकार बनने के बाद विभाग ट्रांसफर का दंश झेल रहा है। सभी थानों के स्टाफ को इधर से उधर किया जा रहा है, वहीं थाना प्रभारी से लेकर एसपी रैंक तक के अफसर बदल दिए गए हैं। इस अफरा-तफरी का सबसे अधिक फायदा अगर किसी ने उठाया है तो वह है अपराधी। पिछले दो महीनों में अपराधों की जैसे बाढ़ सी आ गई है। शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी अपराध के ग्राफ लगातार ऊपर जा रहे हैं । खासकर चोरों ने पुलिस के नाक में दम कर रखा है ।शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण, घर हो या फिर व्यवसायिक प्रतिष्ठान, चोरों ने किसी को भी नहीं बख्शा । ऐसा कोई दिन नहीं छूट रहा जब जिले में चोरी की घटना ना हो रही हो, लेकिन इसके बाद भी पुलिस की नाकामी साख पर बट्टा लगा रही है। चौतरफा आलोचना झेल रहे पुलिस महकमे के संभाग आईजी प्रदीप गुप्ता ने आखिरकार गुरुवार को जिले के प्रमुख अधिकारियों की बैठक ली और उनसे जाना कि आखिर वह क्या वजह है जिसके चलते अपराधों पर अंकुश नहीं लग पा रहा । उन्होंने सभी अफसरों को फटकार लगाते हुए साफ कहा कि अगले कुछ दिनों में अपराध और अपराधियों पर नकेल कसे अन्यथा खुद पर कार्यवाही के लिए तैयार रहे। चोरी के मामलों में मुखबीर नेटवर्क को भी मुस्तैद करने की बात कही गई । वहीं सभी निजी और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को भी निर्देशित किया जा रहा है कि वे अधिक से अधिक संख्या में सीसीटीवी लगाए ताकि अपराधियों की पतासाजी पुलिस के लिए आसान हो सके। आई जी की यह चिंता यूं ही नहीं है। पूरे जिले में अपराधों की बाढ़ सी आ चुकी है। एक तरफ चोर खुली चुनौती दे रहे हैं तो वही साइबर क्राइम की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बैंक ठगी, ऑनलाइन ठगी ,जमीन खरीदी बिक्री में ठगी दुष्कर्म, अपहरण ,मारपीट जैसे अपराध सुलझाने में पुलिस नाकाम नजर आ रही है। इससे जहां वर्दी पर धब्बा लग रहा है वहीं जनता के बीच भी पुलिस की साख खराब हो रही है। इसलिए एक बार फिर आईजी प्रदीप गुप्ता ने अफसरों को झकझोरा है ।अब भी नींद खुली तो फिर चोरों के तो दोनों हाथों में लड्डू होंगे।