
रमेश राजपूत
बिलासपुर- छत्तीसगढ़ में बिलासपुर वासियों को अब पासपोर्ट बनवाने के लिए दस्तावेज सत्यापन करवाने भटकना नहीं पड़ेगा। जिले के सभी थानों में अब ऑनलाइन वेरिफिकेशन शुरू किया जाएगा। शासन के निर्देश के अनुसार राज्य के सभी जिलों के थानों में लागू किया जाने का निर्णय लिया गया। इसके तहत अब बिलासपुर जिले के सभी थानों में पुलिस एम पासपोर्ट ऐप शुरू करने जा रही है। इसी के माध्यम से ऑनलाइन वेरिफिकेशन किया जाएगा। इससे अब पासपोर्ट बनाने वाले लोग जिस थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं वे उसी थाना में जाकर तुरंत वेरिफिकेशन करवा सकते हैं। इसमें बेहद कम समय लगेगा। इसको लेकर गुरुवार को पुलिस महानिरीक्षक, कार्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण शाला का आयोजन किया गया।
जहा आईजी रतन लाल डांगी के मार्गदर्शन में कार्यशाला सम्पन्न हुआ।पासपोर्ट सत्यापन हेतु आयोजित रेंज स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला में बिलासपुर रेंज के जिला गौ.पे.म. से अर्चना झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित अन्य जिलों के 06 राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारीगण, जिला विशेष शाखा प्रभारीगण, सीसीटीएनएस प्रभारी सहित कुल 50 स्टाफ को M-Passport का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान रेंज स्तरीय नोडल अधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों के शंकाओं का समाधान किया गया। इस प्रशिक्षण में दीपमाला कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं रेंज स्तरीय नोडल अधिकारी तथा रेंज स्तरीय मास्टर ट्रेनर के द्वारा उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया।
इस दौरान आईजी रतन लाल डांगी द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों को सम्बोधित कर पासपोर्ट सत्यापन की प्रक्रिया को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिए *M-Passport* का प्रशिक्षण थानों में सभी अधिकारी/कर्मचारियों को दिये जाने हेतु निर्देशित किया गया। पासपोर्ट सत्यापन की पूर्व की प्रक्रिया में आवेदक को थाने/पुलिस कार्यालय में उपस्थित होना पड़ता था, अब यह व्यवस्था लागू होने के बाद स्वतः पुलिस आवेदक द्वारा दिये गये पते पहुंचकर सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।
जिससे जहां आमजनता का समय बचेगा। वही पुलिस की उपस्थिति जनता के मध्य दर्ज हो सकेगी। आईजी रतन लाल डांगी ने जानकारी देते हुए बताया कि थानों में पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को सुगमता से संचालित किये जाने हेतु पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत सभी थानों में टेबलेट एवं अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराये जा रहे है।