
रमेश राजपूत
बिलासपुर- बिलासपुर पुलिस को उस वक्त एक बड़ी कामयाबी मिली जब उन्होंने नशे के सामानों के सौदागरों को बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों के साथ पकड़ा, लंबे समय से शहर में नशे के सामानों का अवैध कारोबार करने वाले इन आरोपियों ने जो खुलासा किया वह और भी चौकाने वाला रहा। मामले का खुलासा करते हुए सिविल लाइन पुलिस ने बताया कि नशे के सौदागर नशे का सामान कटनी से हाईटेक तरीके से मंगाते थे, ताकि कोई पकड़ न सके।
सुरक्षित और समय पर डिलीवरी के लिए कोरियर सर्विस का इस्तेमान आसानी से किया जा रहा था। सिविल लाइन पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति थाना क्षेत्र में एक्टिवा में नशीले पदार्थ को खपाने की कोशिश कर रहा है, जिसके आधार पर तत्काल उस संदिग्ध युवक को पकड़ने टीम को रवाना किया गया जहाँ देवरीखुर्द निवासी अविनाश निषाद एक्टिवा में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाओं को रखा हुआ था और उसे खपाने की कोशिश कर रहा था। जिसने बताया कि मगरपारा निवासी पप्पू श्रीवास से उसने यह नशीली दवाएं ली है और बेच रहा था। सिविल लाइन पुलिस ने दोनों आरोपियों से 1800 नग रेक्सोजेसिक, 600 एम्प्युल एविल प्रतिबंधित दवा,दो मोबाइल और 8 हजार 6 सौ रूपए नगद व एक्टिवा को जब्त किया है।
कटनी से मंगाई जा रही प्रतिबंधित दवा
जैसा कि पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कटनी के मंजुपाल नामक व्यक्ति द्वारा प्रतिबंधित दवाओं की खेप यहाँ भेजी जाती है, इसके अलावा जालंधर से भी माल की सप्लाई होती है, जो अब सेफ तस्करी का रास्ता अपना रहे है। वर्षो से जारी इस नशीली दवाओं के कारोबार में अब तक मुख्य सप्लाई करने वाले पुलिस कार्रवाई से छूट जा रहे है, जबकि इसके पहले भी कई आरोपियों से जानकारी मिल चुकी है कि प्रतिबंधित दवाओं की खेप कटनी से ही आती है।
कोरियर सर्विस का इस्तेमाल
नशे के सौदागर इंटर स्टेट अपना नेटवर्क चला रहे है जो आसान और सुरक्षित तरीके से माल की डिलिवरी करने कोरियर सर्विस का सहारा ले रहे है। यह पहला मामला है जिसमे आरोपियो ने यह बात कबूल की है।
इनकी रही विशेष भूमिका
बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर सिविल लाइन थाना प्रभारी कलीम खान और टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है, जिन्होंने दोनों आरोपियों से लगभग 62 हजार के नशीली दवाओं सहित दो आरोपियों को पकड़ा है।