
उदय सिंह
बिलासपुर – जिले के मस्तूरी विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खम्हरिया (सीपत)में इस भीषण गर्मी के दौरान पिछले 10 दिनों से ग्रामीणों को पानी की बूंद बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है, जिसकी केवल एक ही वजह है कि जो टेपनल के लिए बोरवेल में पंप लगा है वह खराब हो चुका है, और सरपंच पंचायत के पास पैसे नही होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत बाजार ठेके और तालाब ठेके से पैसे प्राप्त करता है बावजूद इसके कोई भी विकास कार्य पंचायत में नही हुए है, और पेयजल जैसे अति महत्वपूर्ण आवश्यकता पर ध्यान न देना किसी बड़ी लापरवाही से कम नही है। ग़ौरतलब है कि ग्राम पंचायत खम्हरिया में 1500 की आबादी है, जहाँ 13 वार्ड है, और जो 5 मोहल्लों में बंटा हुआ है, जिसमें से शांतिपारा, खाल्हेपारा और बरपारा में 10 दिनों से पानी की आपूर्ति ठप्प है, एक मात्र बोरवेल में पंप को बदलने या सुधार करवाने पंचायत प्रतिनिधि उदासीन है, जिसका ही खामियाजा यहाँ के आधी से अधिक जनसंख्या को भुगतना पड़ रहा है।
बूंद बूंद पानी के लिए पड़ रहा तरसना…
ग्राम पंचायत खम्हरिया के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 10 दिनों से भीषण गर्मी के बीच उन्हें और उनके परिवारों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है, हालात ऐसे है कि गुजारा करने 1 से 1.5 किलोमीटर दूर से पानी ढोना पड़ रहा है, पंचायत के फंड होने के बावजूद इस समस्या की ओर ध्यान नही दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में सरपंच के प्रति खासा आक्रोश भी व्याप्त है, फिलहाल मामले में जल्द राहत दिलाने की गुहार ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई है, जो सुनवाई नही होने पर उग्र प्रदर्शन करने का मन भी बना रहे है।