
एक बार फिर ये साबित हो गया कि अवैध संबंध कभी किसी को सुख नहीं दे सकते, इसकी परिणति हमेशा ऐसी ही खौफनक होती है
बिलासपुर मोहम्मद नासिर
कतिया पारा शिव चौक में रहने वाले दीपिका उर्फ़ चित्रलेखा प्रधान और राकेश प्रधान ने कहने को तो प्रेम विवाह किया था ,लेकिन दोनों के बीच का यह प्रेम कब का गायब हो चुका था। दोनों के बीच अब बस विवाद, झगड़ा, बेवफाई ही रह गया था। बुधवार रात को बिलासपुर के कतिया पारा, शिव चौक में तैश में आकर पति ने सिलबट्टा से अपनी पत्नी का सर कुचल दिया और पत्नी को मौत के घाट उतार कर पति कहीं फरार हो गया। यह खबर आग की तरह फैली और जिसने भी सुना वह सन्न रह गया। करीब 7 साल पहले रिश्ते में अपनी भांजी से रतनपुर निवासी राकेश प्रधान ने प्रेम विवाह किया था । दोनों को 6 और 3 साल का बेटा बेटी भी है ,लेकिन वक्त के साथ दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आती चली गई। सब्जी विक्रेता राकेश प्रधान का ध्यान अपने काम से अधिक नशा और जुआ में था। दारू, गांजा का सेवन करना रोज की बात थी। वह नशा कर घर आता और पति पत्नी के बीच विवाद होने लगता। इन्हीं झगड़ों की वजह से पहले भी चित्रलेखा ने दो बार पुलिस में शिकायत की थी जिसके बाद राकेश को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। दोनों के बीच झगड़ा और मारपीट रोज की बात हो चुकी थी। राकेश प्रधान का आरोप है कि शादी से पहले चित्रलेखा का प्रेम संबंध किसी युवक से था और शादी के बाद भी दोनों के बीच यह संबंध जारी था।
राकेश ने कई बार अपनी पत्नी को कथित प्रेमी के साथ बातचीत करते रंगे हाथ पकड़ा भी था। राकेश प्रधान के पास अपनी पत्नी और उसके प्रेमी के बीच की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है। जिसमें दोनों बेहद अश्लील और आपत्तिजनक बातें करते सुने जा सकते हैं। पत्नी की चरित्र हीनता से आवेश में आकर उसने यह कदम उठाया। राकेश प्रधान की माने तो बुधवार रात में भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था जिसके बाद चित्रलेखा ने यह धमकी दी थी कि वह खुद को घायल कर उसे झूठे मामले में फंसा देगी। एक तो पत्नी की बेवफाई ,ऊपर से बार-बार पुलिस की धमकी से तंग आकर राकेश प्रधान अपना आपा खो बैठा और उसने घर में मौजूद सिल बट्टे को पत्नी के सर पर दे मारा। इस हमले से चित्रलेखा लहूलुहान हो गई और उसकी वहीं मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारा पति भाग खड़ा हुआ । पुलिस के लिए फरार राकेश प्रधान को तलाशना आसान नहीं था , क्योंकि उसका मोबाइल लोकेशन बार बार अन्य प्रदेशों की सूचना दे रहा था, लेकिन पुलिस को यकीन था कि , चूँकि राकेश रतनपुर क्षेत्र का है इसलिए वह रतनपुर के ही आसपास कहीं छुपा होगा। कोतवाली पुलिस ने प्रधान आरक्षक दिनेश तिवारी ,आजम खान इमरान खान और अन्य पुलिसकर्मियो की एक टीम बनाई, जो रतनपुर कोटा मार्ग पर मौजूद जंगल के आसपास आरोपी को तलाशती रही। इसी दौरान जब राकेश प्रधान पानी की तलाश में जंगल से बाहर आया तो पुलिस ने उसे धर दबोचा।
पकड़े जाने के बाद राकेश प्रधान ने कहा कि अपनी पत्नी की जान लेने का उसे कोई अफसोस नहीं है क्योंकि चित्रलेखा ने उसके साथ बेवफाई की थी ।पुलिस को उस ने मोबाइल रिकॉर्डिंग भी सुनाई जिसमें चित्रलेखा किसी युवक के साथ बेहद आपत्तिजनक बातचीत करती पाई गई। वहीं चित्रलेखा के परिजनों ने राकेश प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि नशे का आदी राकेश प्रधान शुरू से ही चित्रलेखा के साथ मारपीट किया करता था और दोनों के बीच संबंध कभी भी बेहतर नहीं थे। हैरानी इस बात की है कि जिस संबंध की शुरुआत प्यार से हुई थी उस संबंध में बाद में प्यार कहीं था ही नहीं । प्यार की जगह बढ़ते नफरत ने हीं एक पूरे परिवार को तबाह कर दिया। चित्रलेखा अब इस दुनिया में नहीं है, उसकी हत्या के जुर्म में राकेश प्रधान सलाखों के पीछे पहुंच चुका है। और उनके पीछे दो मासूम बच्चे अनाथ हो गए। एक बार फिर ये साबित हो गया कि अवैध संबंध कभी किसी को सुख नहीं दे सकते, इसकी परिणति हमेशा ऐसी ही खौफनक होती है।