
भूवनेश्वर बंजारे
बीजापुर– प्रदेश के मुखिया द्वारा 15 अगस्त को संविदा कर्मियों को नियमियत करने के अटकलों के बीच प्रदेश में हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। प्रदेश में इसकी शुरुआत बीजापुर जिले से हुई है। जहाँ बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र काटारा ने सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि 26 जुलाई को आदेश निकालकर कर्मचारियों को काम पर लौटने के लिए कहा गया था। राज्य सरकार की ओर से एस्मा भी लगाया गया, लेकिन कर्मचारी नहीं लौटे। इस पर कार्रवाई की गई है। नेशनल हेल्थ मिशन में काम कर रहे करीब 200 से अधिक संविदा कर्मियों कि सेवा समाप्त कर दी गई है। इस आदेश के जारी होती ही संविदा कर्मचारियो में हड़कंप मच गया है। आपको बता दे कि 3 जुलाई से राज्य सरकार के अलग अलग विभागों में काम कर रहे संविदा कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। नया रायपुर के तूता धरना स्थल में प्रदेश भर के हजारों कर्मचारी जॉब सिक्योरिटी के लिए रायपुर में डटे हुए है,इसमें स्वास्थ्य कर्मचारी भी शामिल हैं। इनके हड़ताल में चले जाने से अस्पतालों के स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही है। वहीं पूर्व में ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर सरकार ने एस्मा लागू कर दिया है। इसके बाद कर्मचारी अब आर पार की लड़ाई लड़ रहे थे। ऐसे में बीजापुर जिले में सेवा समाप्ति की कार्यवाही से कर्मचारी निश्चित रूप से हताश और निराश होंगे।