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तमाम कोशिशों के बाद भी प्याज की कीमतें नीचे आने का नाम नहीं ले रही । दिल्ली और बिहार जैसे राज्यों में सरकारी कोशिशों के तहत कम मूल्य पर ग्राहकों को प्याज उपलब्ध कराया जा रहा है। बिलासपुर में भी अब प्रशासनिक स्तर पर प्याज को लेकर गंभीरता दिखाई जा रही है। प्याज व्यापारियों द्वारा कालाबाजारी करते हुए प्याज स्टॉक करने की खबर के बाद कलेक्टर ने मामले में स्वयं हस्तक्षेप किया है।
कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग के निर्देश पर प्याज व्यापारियों की बैठक 5 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे खाद्य विभाग के अधिकारी द्वारा ली जाएगी। बैठक में प्याज के थोक एवं चिल्हर व्यापारियों को उनके दुकानों में प्याज की कीमत अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करने का निर्देश दिया जाएगा। खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्याज व्यापारी 500 क्विंटल से अधिक का स्टाॅक रखता है तो उसके लिये लायसेंस लेना अनिवार्य है। इस संबंध में व्यापारियों को शासन के गाईड लाईन की जानकारी बैठक में दी जाएगी। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि प्याज के प्रतिदिन का कीमत थोक एवं चिल्हर व्यापारी अनिवार्य रूप से अपने दुकानों में प्रदर्शित करें। निर्देश का पालन नहीं करने वाले व्यापारियों पर सख्ती से कार्यवाही की जाएगी।