
हरिशंकर पांडेय
मल्हार – शिव आराधना के सबसे विशेष दिन महाशिवरात्रि पर्व के दिन शुक्रवार को धर्मनगरी मल्हार इस बार शिव आराधना से गूंज उठेगा जिसके लिए विभिन्न समितियों ने तैयारी की है। आयोजन को लेकर पहले से विशेष तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सन 1936 से यहां प्रति वर्ष महाशिवरात्रि पर्व से 15 दिवसीय भव्य मेले का आयोजन होता आ रहा है जो होली पर्व तक चलता है इस वर्ष भी भगवान पातालेश्वर मंदिर के पास मेला की तैयारी जोर शोर से चल रही है, बाहरी व्यापारी भी अपनी दुकान लगाने जगह सुनिश्चित करने में लगे है तो वही नगर पंचायत प्रशासन ने मेला स्थल को सुव्यवस्थित बनाने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। मेले में होटल, मनिहारी दुकान, ज्वेलरी, खिलौने व कपड़े की दुकानें प्रमुख रूप से अधिक संख्या में लगती है इसके अलावा कई तरह के छोटे बड़े दुकानों के अलावा मेला का प्रसिद्ध व्यंजन उखरा व जलेबी की दुकानें सजी होती है इस बार अच्छी फसल होने व धान की अच्छी कीमत मिलने से लोग खूब खरीददारी करेंगे जिससे यहां आने वाले व्यापारी भी उत्साहित है की इस वर्ष व्यापार भी अच्छा होगा। पौराणिक महत्व के है शिव मंदिर….. ऐतिहासिक नगरी मल्हार के प्रसिद्ध स्वयं भू भगवान पातालेश्वर महादेव 1936 में उत्खनन के दौरान प्रगट हुए थे तब से ही महाशिवरात्रि के दिन से यहां 15 दिवसीय मेला लगता आ रहा है। इस दिन स्थानीय लोगो के अलावा आसपास सैकड़ो गावो के हजारो श्रद्धालु महाशिवरात्रि पर्व के दिन जलाभिषेक कर मनवांछित फल की कामना करते है।

पुरातत्व के जानकारों के अनुसार शिवजी का यह मंदिर 10 वी 11 वी शताब्दी की है। पौराणिक मान्यतानुसार माता पार्वती डिडनेश्वरी की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर पाताल से प्रगट हुए थे इसलिए पातालेश्वर महादेव कहा जाने लगा, मान्यता है कि दोनों के दर्शन मात्र से मनोकामना पूरी हो जाती है इसलिए तो महाशिवरात्रि पर्व में हजारों श्रद्धालु यहां पहुचकर शिव पार्वती की आराधना करते है। निकलेगी शिव बारात… हिन्दू पर्व आयोजन समिति के प्रेमप्रकाश तिवारी ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर नगर में पहली बार भव्य रूप से शिव बारात शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमे बाराती के रूप में शिव के सभी गण अपनी वेशभूषा में शामिल होंगे जो भगवान पातालेश्वर मंदिर परिसर में पूजा अर्चना के बाद शोभायात्रा निकलेगी और नगर भृमण करते हुए माता डिडनेश्वरी देवी में विश्राम होगा जहां बाराती के रूप में सभी का स्वागत कार्यक्रम होगा। इससे पहले प्रभात फेरी कीर्तन मण्डली द्वारा गत वर्ष की भांति इस बार भी ब्रम्हमुहूर्त में माता डिडनेश्वरी मंदिर परिसर से विधिवत पूजन के बाद झांझ मंजीरों व मांदर की थाप में कीर्तन भजन करते नगरवासी पातालेश्वर मंदिर पहुचेंगे जहां जलाभिषेक कर क्षेत्रवासियों की खुशहाली की कामना करेंगे। इसी तरह नगर में विभिन्न आयोजन होगा जिसके लिए विशेष तैयारी की गई है।