
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – जिले में कोरोना प्रबंध कार्य मे लगे सिम्स के मेडिकल स्टाफ को अब कोरोना का भय सताने लगा है। क्योंकि सिम्स प्रबंधन द्वारा गिने चुने वार्डो में कार्यरत कर्मचारियों को ही कोरोना से निपटने पर्याप्त किट दिए जाते है। लेकिन सामान्य वार्डो में कार्यरत मेडिकल स्टाफ को कोविड से प्रोटेक्शन के लिए उचित संसाधन नही उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसको लेकर सिम्स के स्वास्थ्य कर्मचारियों में भय का वातावरण बना हुआ है। हॉस्पिटल के कर्मचारियों के अनुसार सामान्य मरीजों के अलावा संक्रमित मरीजों को भी उपचार हेतु सिम्स चिकित्सालय में भी भर्ती किया जा रहा है। जिसके कारण सिम्स चिकित्सालय में कार्यरत कर्मचारी भी आज सबसे ज्यादा कोरोना की चपेट में आ रहे है। अन्य मरीजों की कोरोना रिपोर्ट आने तक उन्हें चिकित्सालय के सामान्य वार्ड में भर्ती करके रखा जाता है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें कोरोना वार्ड, कोरोना ओपीडी, कोरोना आइसोलेशन में भर्ती किया जाता है तब तक कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारी भी संपर्क में आने पर सक्रमित हो रहा है। संक्रमित होने का प्रमुख कारण सिम्स चिकित्सालय में स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय, वार्ड आया स्वीपर की अत्यधिक कमी होना है। उक्त पदों पर भर्ती नहीं होने के कारण ही तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों पर कार्य का अत्यधिक दबाव है। जबकि ठीक इसके विपरीत सिम्स प्रशासन द्वारा कोरोना वार्ड, कोरोना ओपीडी एवं आइसोलेशन वार्ड में कार्यरत कर्मचारियों को ही पीपीई किट, एन 95 मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है लेकिन चिकित्सालय के अन्य वार्डों में कार्यरत कर्मचारियों को एन 95 मॉस्क उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों में सिम्स प्रबंधन को लेकर आक्रोश पनप रहा है, जो कभी भी उग्र रूप ले सकते है।