रमेश राजपूत
बिलासपुर – रेलवे में बीसीएन डिपो में करंट लगने से अप्रेंटिसशिप करने आये महाराष्ट्र के छात्र की मौत के बाद हंगामा मंच गया था। उत्तेजित छात्रों ने रेलवे अस्पताल में हंगामा मचाते हुए इस घटना के पीछे रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। ग़ौरतलब है कि रेलवे के बीसीएन डिपो में काम करने के दौरान करेंट लगने से महाराष्ट्र के 19 वर्षीय अप्रेंटिसशिप के छात्र प्रसाद गजानन काले की मौत हो गई। आईटीआई के बाद रेलवे द्वारा वेकेंसी निकालने पर देश भर से यहां रेलवे के अलग- अलग विभागों में अप्रेंटिसशिप करने युवा आये है। इन युवाओ का आरोप है कि उनसे बिना सेफ्टी उपकरण के काम लिया जाता है या जर्जर उपकरण दिए जाते।
मिली जानकारी के अनुसार घटना सुबह 9.30 बजे के आस पास की है जब ट्रेनी छात्र बिना टेक्नीशियन मार्गदर्शन के बीएनसी डिपो में बोगी के अंदर फिल्टर चेंज कर रहे थे। तभी करंट लगने से महाराष्ट्र के जलगांव मुक्ताई नगर निवासी 19 वर्षीय प्रसाद काले की मौत हुई और उसका एक साथी उसे बचाने के चक्कर मे झुलस गया। जिसके बाद वहां मौजूद अन्य अप्रेंटिशिप के युवाओं ने उसे तत्काल रेलवे हॉस्पिटल पहुंचाया लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी। हालाकि घटना के मुख्य कारण का पता लगाने रेलवे प्रशासन ने टीम गठित कर दी है। वही टीम के रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
कर्मचारी मुआवजा अधिनियम के तहत मिलेगी मदद..
मामले में रेलवे प्रशासन ने कहा है कि बीसीएन डिपो बिलासपुर में एक्ट अप्रेंटिस के तहत कार्यरत प्रसाद काले को कार्य के दौरान अचानक गिरते देख कर सहकर्मियों द्वारा उन्हें इलाज हेतु तुरंत रेलवे अस्पताल ले जाया गया। रेलवे अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों द्वारा उन्हें मृत घोषित किया गया। स्थानीय पुलिस प्रशासन को इसकी तुरंत सूचना दी गई। साथ ही परिजनों को भी इसकी जानकारी दी गई । मृत्यु होने के कारणों का पता पोस्ट मार्टम के बाद ही चलेगा। यह बहुत ही दुखद घटना है रेलवे प्रशासन इस पर गहरी संवेदना व्यक्त करता है । जांच के बाद कर्मचारी मुआवजा अधिनियम के तहत उनके परिजनों को मिलने वाली मुआवजा राशि उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जाएगा, वही भुसावल से आ रहे उनके परिजनों को रेल प्रशासन हर संभव सहायता पहुंचायेगा।