रमेश राजपूत
मुंगेली – जिले के लोरमी निवासी सेवानिवृत बी.एम.ओ को 06.09.2024 को कुछ लोगों द्वारा व्हॉटस्अप विडियो कॉल कर स्वयं को मुंबई क्राईम ब्रांच अधिकारी बताकर डरा धमका कर डिजिटल अरेस्ट कर 7 लाख 36 हजार रूपऐ की ठगी कर लिया गया था, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुंगेली गिरिजा शंकर जायसवाल द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुंगेली पंकज पटेल के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर तत्काल आरोपी के पतासाजी हेतु निर्देश दिया गया।निर्देशन में टीम तत्काल सक्रिय हो गई एवं बैंक डिटेल एवं मोबाईल लोकेशन के आधार पर केरल रवाना हुई केरल के संभावित स्थानों पर मुंगेली पुलिस की टीम द्वारा स्थानीय पुलिस को साथ लेकर दबिश दी गयी। 01 दिन के प्रयास से टीम को केरल के मल्लापुरम् जिले के चेरुकापल्ली वेल्लुवागड से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। आरोपी से पूछताछ में पता चला कि उसका एक अन्य साथी जिलशाद निवासी कालीकट भी इसके गिरोह में शामिल है जिसके गिरफ्तारी हेतु टीम प्रयासरत् है। वारदात को अंजाम देने के पश्चात् आरोपी फवाज दुबई भागने के फिराक में था किन्तु मुंगेली पुलिस की तत्परता एवं सक्रियता से विदेश भागने में असफल रहा। प्रार्थी रिटार्यड बीएमओ डा. दीपक लाज को डिजिटल अरेस्ट के दौरान आरोपियों द्वारा डराया गया कि आपके द्वारा जो पार्सल दुबई भेजने के लिए मुंबई भेजा गया है उसमें आर्मी का ड्रेस, आई कार्डस् एवं प्रतिबंधित ड्रग्स पाया गया है इसलिए आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है। इस प्रकार भयादोहन कर लगातार कॉल में उपलब्ध रहने एवं फोन डिस्कनेक्ट न करने धमकी देकर बैंक खाते में उपलब्ध रकम में से 7 लाख 36 हजार अपने एक्सीस बैंक के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करा लिया गया। इस घटना में थाना लोरमी में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध धारा 318 (4) बीएनएस 66 (डी) आईटी एक्ट दर्ज किया गया था।गिरफ्तार आरोपी अंतर्राष्ट्रीय सायबर ठग गिरोह का सदस्य है गिरफ्तार आरोपी फवाज पिता मोहम्मद के विरूद्ध आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना में भी इसी प्रकार के कई सायबर अपराध दर्ज है इस शातिर अपराधी की तलाश आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना की पुलिस भी कर रही थी इसके साथी जिलशाद के विरूद्ध दुबई में भी अपराध दर्ज है एवं इसके वीसा को ब्लॉक किया गया है। इस कार्यवाही में निरीक्षक संजय सिंह थाना प्रभारी सरगांव, सउनि. भानु प्रताप बर्मन चौकी प्रभारी डिण्डौरी, सउनि. लखीराम नेताम, प्रधान आरक्षक बालीराम ध्रुव, आरक्षक रवि डाहिरे, अब्दुल रियाज एवं सायबर सेल की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।