
विकास के लिए उद्योगपतियों का सम्मान भी जरूरी है और मोदी ने अपने पहले ही भाषण में अपने इरादे जाहिर करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि देश में गरीबी मिटाने के लिए वे किस तरह उद्योगपतियों का सदुपयोग करेंगे
सत्याग्रह डेस्क
भारतीय जनता पार्टी के दोबारा सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने से एक तरफ जहां भारत की जनता उत्साहित है वही व्यापार जगत की भी बांछें खिल गई है । सेंसेक्स और निफ़्टी नई ऊंचाइयों को छूने लगी है । दुनिया भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत का उत्साह मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दूसरे कार्यकाल की कुछ झलक का अंदाजा जरूर दिया।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अब 90 के दशक वाली राजनीति का दौर खत्म हो चुका है । सेकुलर राजनीति को मिलेनियम वोटर ने पूरी तरह नकार दिया है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इस जीत के बाद वे देश को बदलापुर नहीं बनाने जा रहे है और सभी का साथ सभी का विकास की तर्ज पर सभी विरोधियों दल को भी साथ लेकर चलेंगे, ताकि देश का सर्वांगीण विकास संभव हो सके। उन्होंने यह वादा भी किया कि वे अपने लिए कुछ भी नहीं करेंगे।
जो कुछ होगा देश की भलाई और तरक्की के लिए होगा । अपनी इस महा जीत को उन्होंने हिंदुस्तान, लोकतंत्र और जनता जनार्दन की जीत करार दिया ।उन्होंने कहा कि किसी चेहरे ने नहीं बल्कि जनता ने चुनाव लड़ा था , इसीलिए ऐसी अभूतपूर्व जीत हासिल हुई है। इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना एक-एक क्षण देश को समर्पित करने का वादा करते हुए कहा कि देश का नवनिर्माण जरूरी है और इसके लिए समृद्ध वर्ग की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि देश में जातिवादी की राजनीति खत्म हो चुकी है । अब सिर्फ इस देश में दो ही जातियां हैं। एक जिन्हें अपनी गरीबी मिटानी हैं और दूसरा वह जो उनकी गरीबी मिटाने में सहायक सिद्ध होगा। जाहिर है उनका इशारा औद्योगिक घरानों की ओर है । अपने चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चोर कहने के साथ जिस तरह कांग्रेस के नेताओं ने देश के उद्योगपतियों अंबानी ,अडानी पर भी अनर्गल प्रलाप किया ,उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। इसीलिए यह माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी की वापसी पर उद्योग समूह बेहद उत्साहित है । इसका इशारा भी मिलने लगा है। देश के बड़े उद्योग समूह में से एक अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस जीत के बाद नई सरकार को बधाई और शुभकामनाएं दी है। गौतम अडानी ने कहा कि देश की सबसे बड़ी ताकत लोकतांत्रिक व्यवस्था है। जिसमें जनता ने न केवल बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की, बल्कि अपनी सूझबूझ से बेहतर सरकार का चयन किया। गौतम अडानी ने ने यह भी कहा कि देश के विकास के लिए आगामी कार्य योजना में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास, मानव संसाधन के कौशल उन्नयन और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के गहण विस्तार की आवश्यकता होगी ।
उन्होंने यह भी कहा कि नए और आधुनिक भारत के निर्माण में अडानी समूह अपनी भूमिका का बढ़-चढ़कर निर्वहन करेगा और ग्रेटर इंडिया के निर्माण में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की बेहतरी के लिए पूरा प्रयास करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाता रहा है कि वे अंबानी और अडानी ग्रुप को लाभ पहुंचाते हैं, लेकिन उन्हें यह भी समझना होगा कि भारत की तरक्की और रोजगार उपलब्ध कराने में इन्हीं उद्योगपतियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वामपंथ पहले ही उद्योगों को पलीता लगा चुका है इसीलिए दुनिया भर में अब वामपंथी विचारधारा अतीत बनती जा रही है। विकास के लिए उद्योगपतियों का सम्मान भी जरूरी है और मोदी ने अपने पहले ही भाषण में अपने इरादे जाहिर करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि देश में गरीबी मिटाने के लिए वे किस तरह उद्योगपतियों का सदुपयोग करेंगे।