
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर पूजा अग्रवाल ने पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
26 मार्च को रायपुर के ऑटो डीलर संजय अग्रवाल की हत्या गोली मारकर मनोज सेन नाम के आर्म फोर्स के जवान ने कर दी थी। एक पुरानी कार की डीलिंग को लेकर दोनों के बीच चल रहे विवाद पर मनोज सेन ने अपने साढू से राइफल लाकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था । इस मामले में पुलिस ने मनोज सेन को गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन अब पुलिस की जांच प्रक्रिया पर ही खुद संजय अग्रवाल की पत्नी पूजा अग्रवाल ने संदेह जताते हुए कई मांग कर डाले है। राजेंद्र नगर रायपुर थाना को दिए आवेदन में उन्होंने बताया कि घटना के वक्त ऑफिस में गीता प्रधान, सरस्वती तथा पंकज डागा नाम के कर्मचारी मौजूद थे। यह तीनों चश्मदीद है, लेकिन पुलिस इनका बयान नहीं ले रही है। इन तीनों के अलावा अन्य कर्मचारी मुकेश नैयर, कमल तिवारी, मनोहर मुल्ला, छन्नू अग्रवाल, सोनू जगत, गार्ड गोपी ने भी मनोज सेन को आते जाते देखा था। घटना के दिन संजय अग्रवाल के मित्र हितेश शुक्ला ने भी मनोज सेन को राइफल लेकर संजय अग्रवाल के दफ्तर में जाते देखा था ,लेकिन पुलिस इन में से किसी का भी बयान नहीं ले रही और ना ही अब तक पुलिस ने इस संबंध में पूजा अग्रवाल से ही कोई पूछताछ की है। इसलिए पूजा अग्रवाल को पुलिस की जांच पर संदेह हो रहा है । पुलिस केबल सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही मामला पेश कर रही है जबकि पुलिस ने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल को भी नहीं लिया है । मृतक संजय अग्रवाल की पत्नी पूजा अग्रवाल को संदेह है कि पुलिस हत्यारे मनोज सेन को बचाने के लिए यह सब कर रही है, इसलिए उन्होंने पत्र लिखकर इन सभी के बयान दर्ज करने की मांग की है। पूजा अग्रवाल के इन आरोपों से एक बार फिर राजधानी में सनसनी फैल गई है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर पूजा अग्रवाल ने पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।