
रमेश राजपूत

सीपत – अपनी मां से बिछड़ कर सड़क किनारे आ गए कोटरी के बच्चे को राहगीरों ने बचाया, कुत्तों के झुंड द्वारा ताक लगा कोटरी के बच्चे पर हमला करने ही वाले थे, जिसे उसी समय नवागांव कौड़िया निवासी राहगीर ने कुत्ते को खदेड़कर कोटरी के बच्चे को बचाया और सीपत पुलिस के हवाले किया। सीपत पुलिस ने बताया कि कोटरी काफी छोटा है सीपत वन विभाग प्रभारी को सूचित कर उन्हे सौप दिया गया है, कोटरी के बच्चे की उम्र लगभग 8 से 10 दिन बताई गई है वन विभाग के अधिकारी अजय बेन के द्वारा बताया गया कि कोटरी के बच्चे की उम्र को देखते हुए उसे जंगल में छोड़ा नहीं जाएगा।

उसे कानन पेंडारी भेज कर उसे संरक्षित कर वहां उसकी देखरेख की जाएगी, ग्रामीण बताया की वह खोंदरा से अपनें घर की ओर जा रहा था, तभी देखा की कुत्तों ने बच्चे को घेरकर उस पर हमला करने वाले थे, तभी चिल्लाने की आवाज सुनकर कुत्ते वहा से भाग निकले और कोटरी के बच्चे को सीपत थाना को सौप दिया गया l जिसके बाद वन विभाग ने कोटरी के बच्चे को अपने संरक्षण में रात भर रख कर सुबह कानन पेंडारी जुलाजिकल गार्डन को सकुशल सौप दिया है।