
भुवनेश्वर बंजारे
रायगढ़ – ठगी की घटना को अंजाम देकर म्यूल अकाउंट के माध्यम पैसे आहरण करने वाले गिरोह को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस ने इंटर स्टेट गैंग का भांडा फोड़ किया है। मिली जानकारी के अनुसार साइबर अपराधों में साइबर ठगों द्वारा रुपए प्राप्त करने के लिए म्यूल अकाउंट का उपयोग किया जाता है । साइबर ठगों द्वारा अब गांवों में लोगों को रूपयों का लालच देकर उनके अकाउंट खरीदे जा रहे हैं जिन्हें दीगर राज्यों में सक्रिय इंटर स्टैट गैंग को उपलब्ध कराया जा रहा है
जिसको लेकर रायगढ़ पुलिस द्वारा थाना चक्रधरनगर के संबंधित अपराध क्रमांक 58/2025 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) बीएनएस में अब तक म्यूल खाता खुलवाने और लालच में अपने अकाउंट ठगो को बेचने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है। इधर म्यूल अकाउंट होल्डर के गैंग का पता लगाने पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के निर्देशन और निरीक्षक नासिर खान के नेतृत्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और उनके पूर्व रिकॉर्ड की जानकारी लेकर म्यूल अकाउंट होल्डर की विस्तृत जांच की जा रही है जिसमें साइबर सेल रायगढ़ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे ग्राम बड़े रबेली थाना मालखरौदा जिला सक्ती के रहने वाला गांधी साण्डे स्थानीय लोगों को रूपये का लालच देकर उनके बैंक खाते खरीदता था और उन खातों को साइबर ठगों को बेचा करता था। आरोपी गांधी साण्डे को साइबर सेल की टीम पूछताछ की तब आरोपी ने अपराध स्वीकार कर बताया कि वह स्थानीय लोगों को बहला फुसलाकर और रुपए का लालच देकर खाता खरीदता था और पश्चिम बंगाल के मोहम्मद अफजल और मोहम्मद मजीद को 17,000 रूपये प्रति अकाउंट पर कमीशन लेकर करीब 80-90 लोगों के खाता उपलब्ध कराया है तथा आरोपी गांधी साण्डे, फ्रॉड के पैसे एटीएम कार्ड से निकाल कर अफजल और मजीद के खाते में ट्रांसफर किया है। आरोपी गांधी साण्डे से मिली महत्वपूर्ण जानकारी पर तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर सेल, थाना तमनार और थाना चक्रधरनगर की संयुक्त टीम बनाकर पश्चिम बंगाल रवाना किया गया । रायगढ़ पुलिस टीम द्वारा संदेही मोहम्मद अफजल और मोहम्मद मजीद की आसनसोल, जिला वर्धमान में पतासाजी कर हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया । संदेहियों से पूछताछ पर आरोपियों ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि वे जामताड़ा साइबर फ्रॉड गैंग के लिए काम करते हैं, वे साइबर ठगी में प्राप्त होने वाले रुपए में 18 पर्सेंट कमीशन प्रति अकाउंट लिया करते थे। आरोपियों ने बताया कि जामताड़ा गैंग को खाता उपलब्ध कराने के साथ, वे ठगी के रुपए भी एटीएम और कियोस्क सेंटर से निकाला करते थे। जिसमे शामिल पश्चिम बंगाल निवासी मो0 अफजल,मो0 माजिद और मालखरौदा निवासी गांधी साण्डे को थाना चक्रधरनगर के संबंधित अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। आपको बता दे की म्यूल अकाउंट होल्डर्स की जांच में पूर्व में 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उक्त पूरी कार्यवाही में डीएसपी अनिल विश्वकर्मा निरीक्षक नासिर खान, उपनिरीक्षक गेंदलाल साहू, सहायक उप निरीक्षक नरसिंह यादव, प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन तथा साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत पंडा, धनंजय कश्यप, नवीन शुक्ला, मेनका चौहान की अहम भूमिका रही है।