
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशों के बाद भी पंचायत स्तर पर लापरवाही का मामला सामने आया है। दरसअल सोमवार को छत्तीसगढ़ शासन पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने अन्य राज्यों से आए प्रवासी लोगो के साथ भेदभाव नहीं करने और उन्हें बिना शर्त के गांव मेंं रखने निर्देश दिए थे बावजूद इसके जिले के विभिन्न गांव में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा विभागीय जांच के सर्टिफिकेट ग्रामीणों से मांगे जा रहे हैं। जिस वजह से इन दिनों मजबूर प्रवासी ग्रामीण बढ़ी मुश्किल से किसी तरह जांच कराने रोजाना सिम्स की ओपीडी में पहुंच रहें है।
जबकि छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने कोरोना संक्रमण से सावधानी और अन्य राज्यों से लौट कर गांव आए व्यक्तियों की सुरक्षा के संबंध में निर्देश पहले ही जारी कर दिए है। इसके बावजूद जिले से लगे आस पास के गांव में सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा गांव में प्रवेश से पूर्व किसी भी हॉस्पिटल से कोरोना से संबंधित जांच के सर्टिफिकेट मांगे जा रहे हैं। इस वजह से बेवजह ही सिम्स के कोरोना ओपीडी में भीड़ उमड़ रही है डॉक्टरों की माने तो इस वजह से ऐसे भी मरीज आ रहे हैं जिन्हें नॉर्मल सर्दी खासी के जैसे भी लक्षण नहीं है।