
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – प्रदेश अपितु देशभर में शासन प्रशासन द्वारा जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने के बड़े बड़े दावे किए जा रहे है। लेकिन इस दावे को पुरा करने वाले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की कार्यप्राणी इस कदर सुस्त है। कि 2024 तो छोड़िए 2030 तक जल जीवन मिशन को पूरा करना मुमकिन नही है। इसका जीता जागता उदाहरण बिलासपुर जिले में देखने को मिला है। जहा तीन सालो में इस विभाग ने जिले के महज 4 स्कूलों में हेड पंप की व्यवस्था नही कर पाई है। जबकि उक्त कार्य के लिए समग्र शिक्षा के जिला परियोजना अधिकारी द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को वर्ष 2021 में ही राशि का भुगतना कर दिया गया था।
लेकिन कछुए से भी धीमी गति में चलने वाले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने इसे अब तक पूरा नहीं कर सकी है। मौजूदा हालात यह है कि एक ओर स्कूली बच्चे पानी के लिए तरस रहे है। तो वही दूसरी हो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अफसरों के कानो में जू तक नही रेंग रही है। ऐसे में इनको 5 बार शिक्षा विभाग कार्यालय से स्मरण पत्र भेजने के बाद अब जिला पंचायत सीईओ द्वारा एकबार फिर कारण बताओं नोटिस जारी करने की तैयारी चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर के निर्देश पर बिलासपुर जिले में तखतपुर ब्लॉक के गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल सकरी, गवर्नमेंट हाई स्कूल गोकुलपुर, गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल लिम्हा और गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल दैजा में बोर कर नल की व्यवस्था करने 6 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई थी। जिसकी 50 प्रतिशत राशि 2021 में ही बिलासपुर जिला परियोजना अधिकारी द्वारा ज़ारी कर दी गई थी। इसके बाद भी आज तक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता द्वारा इस ओर कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। इस विभाग के सुस्त कार्यप्राणली का खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चो को भुगतना पड़ रहा है।