
रमेश राजपूत
बिलासपुर – इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (आईजीकेवी) में तकनीकी कर्मचारी संघ (टीएसए) के नेतृत्व में प्रदेशभर के कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मंगलवार को विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कुलपति कक्ष का घेराव कर 7 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा और चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे में ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी। संघ के अध्यक्ष डॉ. पी.के. सांगोड़े ने कहा कि बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद समस्याओं की अनदेखी हो रही है। प्रमुख मांगों में सेवा शर्तों की समता, एनपीएस/ओपीएस बहाली, सेवानिवृत्ति आयु 65/62 वर्ष करना, वेतनमान और भत्तों की पुनर्बहाली शामिल है।
डॉ. ईश्वरी साहू ने इसे संवैधानिक अधिकारों की पुनर्स्थापना की लड़ाई बताया।प्रदर्शन के दौरान भूखे-प्यासे कर्मचारियों ने कुलपति कक्ष के सामने घंटों धरना दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि आईजीकेवी के कर्मचारी होते हुए भी उन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) का बताया जा रहा है, जिससे भ्रम की स्थिति बनी है। आंदोलनकारियों ने कंट्रोलर पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए “कंट्रोलर हटाओ, आईजीकेवी बचाओ” के नारे भी लगाए। उन्होंने कहा कि 8 माह से वेतन नहीं मिला है और हाल में बिना कारण वेतन में कटौती की गई है। कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा कर मांगों पर शीघ्र निर्णय का आश्वासन दिया। संघ ने स्पष्ट किया कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।