
रमेश राजपूत
जांजगीर-चांपा – जिले के अकलतरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कल्याणपुर के रेलवे फाटक के पास दिल को झकझोर देने वाली एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे के साथ ट्रेन के सामने आकर जान देने की कोशिश की, जिसमें महिला की मौके पर ही मौत हो गई, लेकिन चमत्कारिक रूप से बच्चा पूरी तरह सुरक्षित बच गया। मिली जानकारी के अनुसार, मृतका शिवकुमारी पति मंतराम कल्याणपुर की आश्रित ग्राम पंचायत दर्री टांडे की निवासी थी। बताया जा रहा है कि वह कुछ दिन पहले ही मजदूरी के सिलसिले में बाहर गई हुई थी और हाल ही में घर लौटी थी। लौटने के बाद रात में किसी पारिवारिक विवाद के चलते वह अपने छोटे बेटे को लेकर घर से निकल गई। शिवकुमारी कल्याणपुर और कोटमी सोनार को जोड़ने वाले रेलवे ट्रैक पर पहुंची और वहां जान देने की नीयत से ट्रेन के सामने आ गई। ट्रेन की टक्कर से वह बुरी तरह घायल होकर पटरी पर गिर पड़ी और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। लेकिन उसका डेढ़ साल का बेटा, जो उसके साथ था, चमत्कारी रूप से पूरी तरह सुरक्षित बच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बच्चा पटरी पर गिरा हुआ लगातार रो रहा था और इसी दौरान उसके ऊपर से दो-तीन ट्रेनें भी गुज़र गईं, पर वह बाल-बाल बचा। लोगों ने इसे भगवान का चमत्कार बताया। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना अकलतरा रेलवे स्टेशन को दी। मौके पर पहुंची टीम ने बच्चे को अकलतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह स्वस्थ पाया। बताया जा रहा है कि शिवकुमारी का यह दूसरा विवाह था और पहले पति से उसके दो बच्चे भी हैं। मृतका के वर्तमान पति मंतराम की पहली पत्नी ने भी कुछ साल पहले आत्महत्या कर ली थी। घटना के वक्त मंतराम घर पर मौजूद नहीं था। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। एक माँ की मर्मांतक मौत और उसके बच्चे का चमत्कारी रूप से बच जाना लोगों को भीतर तक झकझोर गया है। फिलहाल मामले की जांच अकलतरा पुलिस द्वारा की जा रही है।