
रमेश राजपूत
बिलासपुर – राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई लगातार जारी है। आज ACB बिलासपुर की टीम ने दो अलग-अलग मामलों में दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एक मामला जिला कोरबा से सामने आया है, जहां एक शिक्षक को दो लाख रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया, वहीं दूसरा मामला जिला जांजगीर का है, जहां एक पटवारी को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
शिक्षक ने मांगे 2 लाख, ACB ने रंगे हाथ पकड़ा….
कोरबा जिले के नया काशी नगर निवासी रामायण पटेल द्वारा ACB बिलासपुर में शिकायत की गई थी कि उनकी पत्नी गरिमा चौहान प्राथमिक शाला कोसलडी में शिक्षिका हैं। आरोपी विनोद कुमार सांडे, जो माध्यमिक शाला बेलतला में शिक्षक हैं तथा बेसिक फेडरेशन कोरबा के जिलाध्यक्ष भी हैं, ने पीड़ित को बताया कि उनकी पत्नी का स्थानांतरण बहुत दूर के स्कूल में हो रहा है। आरोपी ने डीईओ कोरबा और बीईओ कटघोरा से अच्छे संबंधों का हवाला देकर स्थानांतरण आदेश को निरस्त कराने के लिए 2,00,000 की रिश्वत मांगी। प्रार्थी रिश्वत देने को तैयार नहीं था और उसने ACB से संपर्क किया। सत्यापन के बाद 17 जुलाई को ट्रैप कार्यवाही की गई, जिसमें आरोपी विनोद कुमार सांडे को 2,00,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 (संशोधित 2018) के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पटवारी ने मांगे 20 हजार…हुआ गिरफ्तार
दूसरे मामले में, जांजगीर निवासी सत्येन्द्र कुमार राठौर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम पुटपुरा स्थित उनकी पारिवारिक भूमि पर दो बुआओं ने हक त्याग कर दिया है। इस संबंध में उन्होंने ऋण पुस्तिका से नाम हटाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन एक महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। पटवारी बालमुकुंद राठौर द्वारा उक्त कार्य के एवज में 20,000 रुपए की रिश्वत की मांग की गई। शिकायत के सत्यापन उपरांत 17 जुलाई को ACB ने ट्रैप योजना बनाई और आरोपी पटवारी बालमुकुंद राठौर को 20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। उनके विरुद्ध भी धारा 7 पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) के अंतर्गत विधिक कार्रवाई की जा रही है।
एसीबी कार्रवाई से मचा हड़कंप…लगातार जारी है एक्शन
प्रदेश में भ्रष्टाचार के विरुद्ध एसीबी की ये त्वरित और सटीक कार्रवाई यह दर्शाती है कि सरकारी तंत्र में व्याप्त रिश्वतखोरी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है। एसीबी की टीम ने आम नागरिकों से भी आह्वान किया है कि वे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की सूचना तत्काल विभाग को दें, ताकि दोषियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाया जा सके।