
उदय सिंह
बिलासपुर – एनटीपीसी सीपत के यूनिट-5 में बुधवार दोपहर 12 से 1 बजे के बीच ओवरआइलिंग कार्य के दौरान हुई दुर्घटना में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। हादसे में कुल पांच संविदा श्रमिक घायल हुए थे, जिनमें से तीन को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
प्रबंधन की ओर से जनसंपर्क अधिकारी प्रवीण रंजन भारती ने जानकारी दी कि गंभीर रूप से घायल श्रमिक श्याम राम साहू को सिम्स अस्पताल रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। वहीं, दूसरे श्रमिक राम प्रताप कंवर का इलाज अपोलो अस्पताल में चल रहा है। एनटीपीसी प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को समुचित मुआवजा और घायलों के उपचार का पूरा खर्च उठाने का आश्वासन दिया है। घटना के बाद मृतक के परिजनों और क्षेत्रवासियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए एनटीपीसी गेट के सामने चक्काजाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा, नियमों के तहत पेंशन और मृतक की पत्नी को नौकरी दी जाए। एनटीपीसी प्रबंधन ने 10 लाख रुपए मुआवजा सहित अन्य मांगों पर सहमति जताई, जिसके बाद करीब चार घंटे चला चक्काजाम समाप्त हुआ।
मस्तूरी विधायक ने की 50 लाख मुआवजा देने की मांग
हादसे की सूचना मिलते ही मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया अपोलो अस्पताल पहुंचे और घायल मजदूर की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक लहरिया ने इस हादसे को एनटीपीसी प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम बताया। उन्होंने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा, एक परिजन को नौकरी और अन्य घायलों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए एनटीपीसी प्रबंधन सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करे। हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल प्रबंधन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।