
रमेश राजपूत
जांजगीर-चांपा – जिले के मुलमुला थाना क्षेत्र में आठ वर्षीय बालक के अपहरण के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने महज़ 48 घंटे में पर्दाफाश कर दिया। साइबर टीम और थाना मुलमुला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अपहृत बालक को सकुशल बरामद कर लिया गया। इस मामले में बालक का चचेरा भाई समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
ग़ौरतलब है कि 25 अगस्त 2025 की शाम लगभग 5 बजे थाना मुलमुला क्षेत्र के ग्राम लगरा निवासी आठ वर्षीय बालक अचानक गुम हो गया। परिजनों की सूचना पर थाना मुलमुला पुलिस ने अपराध क्रमांक 264/2025 दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की। चूँकि मामला नाबालिग से जुड़ा था, इसलिए इसे गंभीर मानते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने थाना प्रभारी मुलमुला को हर हाल में बालक को खोज निकालने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में साइबर टीम को तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए लगाया गया।
जांच में खुलासा
जांच में सामने आया कि जिस समय बालक को आखिरी बार गांव में देखा गया, उसी दौरान उसके चचेरे भाई राहुल टंडन का वाहन लगातार मूवमेंट करते पाया गया। शुरुआती पूछताछ में राहुल ने खुद को निर्दोष बताते हुए पुलिस का सहयोगी बनने का नाटक किया, लेकिन फुटेज और बयानों में विरोधाभास सामने आने पर कड़ी पूछताछ की गई। तब यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि राहुल टंडन ने पुराने जमीन विवाद और पैसों के लालच में बालक का अपहरण करने की योजना अपने साथियों के साथ रची थी।
फिरौती की थी योजना
राहुल टंडन 25 वर्ष, प्रशांत कुमार मैना 19 वर्ष और उमेश दिवाकर उर्फ ननकी 19 वर्ष ने मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। आरोपी 10 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले थे। बालक को पहले राहुल अपने पोल्ट्री फार्म लेकर गया और फिर साथियों के हवाले कर दिया। अपहरण के बाद आरोपियों ने उसे गौरेला-पेंड्रा- मरवाही जिले के कारीआम क्षेत्र में छिपाकर रखा था।
पुलिस की तत्परता
लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन और हजारों मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों तक पहुंच बनाई। अंततः 48 घंटे के भीतर बालक को सकुशल बरामद कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से दो टेप्पो ट्रेक्स वाहन और एक गामा तूफान जब्त किया गया। इस सफलता में निरीक्षक पारस पटेल थाना प्रभारी मुलमुला, सउनि हेमलाल महिलागे, प्रमोद महार, प्रआर आर बलबीर सिंह, राजमणि द्विवेदी, आर राजेन्द्र राठौर सहित सायबर प्रभारी निरीक्षक सागर पाठक और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा।