
उदय सिंह
बिलासपुर – मस्तुरी क्षेत्र में हुए चर्चित शूटआउट मामले में बिलासपुर पुलिस ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में चल रही सतत कार्रवाई के तहत पुलिस ने षड्यंत्र में शामिल दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक कुल 09 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। थाना मस्तुरी में दर्ज अपराध क्रमांक 736/25 धारा 109, 3(5), 61(2) बी.एन.एस. एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं देवेश सुमन उर्फ निक्कु सुमन 24 वर्ष निवासी ग्राम मोहतरा और अकबर खान 53 वर्ष निवासी शिव विहार, मोपका चौक सरकंडा।

इससे पहले पुलिस ने मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत सहित अरमान उर्फ बलमजीत अनंत, चाहत उर्फ विक्रमजीत, मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ नफीस, मोहम्मद मतीन उर्फ मोंटू, ब्रायनजीत उर्फ आरजू और एक किशोर को गिरफ्तार किया था। अब तक पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन देशी पिस्टल, दो कट्टा, छह मैगजीन, पांच जिंदा कारतूस, 13 खाली खोखे और पांच मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी विश्वजीत अनंत और प्रार्थी नितेश सिंह के बीच मस्तुरी क्षेत्र में जमीन के सौदे और राजनीतिक वर्चस्व को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते आरोपी ने अपने भाइयों और साथियों के साथ मिलकर नितेश सिंह की हत्या की साजिश रची। घटना 28 अक्टूबर को तब हुई जब नितेश सिंह रोजाना की तरह मस्तुरी जनपद पंचायत कार्यालय के सामने बैठा था। दो मोटरसाइकिलों में सवार नकाबपोश हमलावरों ने वहां पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे नितेश सिंह के साथी राजू सिंह और चंद्रकांत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों का इलाज अपोलो अस्पताल में जारी है। घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित विशेष टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद लगातार जांच और तकनीकी विश्लेषण के दौरान पुलिस ने शहर के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपियों के बीच हुई बैठकों तथा उनके ठिकानों का पता लगाया। विवेचना के क्रम में पूर्व में गिरफ्तार आरोपी अरमान उर्फ बलमजीत और चाहत उर्फ विक्रमजीत की निशानदेही पर पुलिस ने एक पिस्टल, एक कट्टा और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया।

पूछताछ के दौरान नए नाम सामने आने पर देवेश सुमन और अकबर खान को गिरफ्तार किया गया। दोनों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।पुलिस के अनुसार, इस षड्यंत्र में शामिल अन्य व्यक्तियों की भी पहचान कर ली गई है, जिनकी तलाश जारी है। इसके अलावा, कई आरोपी पहले से ही गंभीर अपराधों में संलिप्त पाए गए हैं। इस प्रकरण में अब संगठित अपराध की धारा 111 बी.एन.एस. जोड़ी गई है, और पुलिस पूरे गिरोह के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है।
बिलासपुर पुलिस के अनुसार, मस्तुरी शूटआउट केस में हर स्तर पर साक्ष्य मजबूत किए जा रहे हैं ताकि किसी भी आरोपी को कानूनी दंड से बचने न दिया जाए।