
रमेश राजपूत
रायपुर – राज्य शासन ने भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति पर सख्ती से अमल करते हुए लोक निर्माण विभाग के तीन अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई बीजापुर जिले के नेलसनार–कोडोली–मिरतुल–गंगालुर मार्ग निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार के मामले में की गई है, जिसमें संलिप्तता पाए जाने और गिरफ्तारी के बाद विभागीय स्तर पर यह बड़ा कदम उठाया गया। लोक निर्माण विभाग द्वारा गंगालूर थाना में अपराध पंजीबद्ध होने के बाद की गई विवेचना में दोषी पाए जाने पर सुकमा संभाग के कार्यपालन अभियंता हरनारायण पात्र, उपसंभाग क्रमांक-1 बीजापुर के अनुविभागीय अधिकारी प्रमोद सिंह तंवर तथा सेतु उपसंभाग जगदलपुर के अनुविभागीय अधिकारी संतोष दास को निलंबित किया गया है।

उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री अरुण साव के अनुमोदन के पश्चात मंत्रालय से निलंबन आदेश जारी किए गए। निलंबन अवधि के दौरान तीनों अभियंताओं का मुख्यालय प्रमुख अभियंता कार्यालय, नवा रायपुर निर्धारित किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा। राज्य शासन की इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जिससे स्पष्ट होता है कि अनियमितताओं में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।