प्रवीर भट्टाचार्य
श्री गुरु नानक देव जी के 550 वे जन्म उत्सव के उपलक्ष में कर्नाटक से देश भर की यात्रा में निकली प्रकाश यात्रा सोमवार दोपहर को रायपुर से बिलासपुर पहुंचेगी। इस प्रकाश यात्रा का स्वागत बिलासपुर का सिख समाज महाराणा प्रताप चौक पर करेगा । सिख पंथ के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी का पावन प्रकाश पर्व इस वर्ष 12 नवंबर को मनाया जाएगा। यह उनका 550 वां प्रकाश पर्व है, इसलिए इस पूरे वर्ष में विविध आयोजन हो रहे हैं। इसी कड़ी में 2 जून को कर्नाटक के बीदर से हस्तलिखित पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की सरपरस्ती और पंज प्यारों की अगुवाई में एक विशाल प्रकाश यात्रा देशभर का भ्रमण कर रही है, जिसमें एक विशेष रथ भी शामिल है।
सोमवार दोपहर करीब 1:00 बजे रायपुर मार्ग से होते हुए यह प्रकाश यात्रा बिलासपुर के महाराणा प्रताप चौक पहुंचेगी, जहां बिलासपुर का सिख समाज यात्रा का स्वागत करेगा। वही समाज के नौजवान मोटरसाइकिल रैली निकालते हुए राजीव गांधी चौक, इंदु चौक, मगरपारा चौक, अग्रसेन चौक, पुराना बस स्टैंड चौक , शिव टॉकीज, गांधी चौक होते हुए दयालबंद गुरुद्वारा पहुंचेगी। इस प्रकाश पर्व यात्रा में शामिल 350 वर्ष पुराना हस्तलिखित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में सिख उमड़ेंगे। इस पवित्र यात्रा का बिलासपुर में भी जगह-जगह स्वागत किया जाएगा।
पंजाबी युवा समिति, खालसा सेवा समिति, आदर्श पंजाबी महिला संस्था, ऑल इंडिया सिख यूथ फेडरेशन सुखमणि सर्कल, स्त्री सत्संग द्वारा प्रकाश यात्रा का स्वागत होगा वही श्री गुरु नानक प्रकाश पर्व यात्रा का पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत , युवा टीम सेंट्रल पंचायत, महिला विंग पूज्य सिंधी समाज 14 वार्ड पंचायत के नेतृत्व में इंदु चौक पर स्वागत किया जाएगा ।इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी दयालबंद के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ ने सभी गुरु नाम लेवा साध संगत से अधिक से अधिक संख्या में महाराणा प्रताप चौक पहुंचने की अपील की है। वही सेंट्रल गुरुद्वारा गोड़पारा , कलगीधर गुरुद्वारा, 27 खोली गुरुद्वारा, गुरुद्वारा तार बाहर, गुरुद्वारा यदुनंदन नगर की सत्संगत भी इस यात्रा का स्वागत करने पहुंचेगी।
इस यात्रा के स्वागत के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया गया है। पुरुषों के लिए केसरी दस्तार के साथ सफेद पेंट शर्ट और महिलाओं के लिए केसरी चुनरी के साथ सफेद सलवार सूट रखा गया है। बिलासपुर के प्रमुख मार्गो से गुजर कर शोभायात्रा दयालबंद गुरुद्वारा पहुंचेगी, जहां लंगर का भी आयोजन किया गया है।