आलोक
जिले में राजस्व अभिलेखों एवं आॅनलाईन भुईयां साफ्टवेयर में डेटा अपडेशन करने हेतु अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने हल्का पटवारियों के माध्यम से संपादित किये जाने वाले इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से करने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि आम जनता को भुईयां साफ्टवेयर के माध्यम से राजस्व अभिलेखों की त्रुटिरहित आॅनलाईन जानकारी एवं नकल उपलब्ध कराने के लिये राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं। हल्का पटवारियों को वर्ष 2016-17 में प्रत्येक ग्राम के खसरा पांचसाला एवं बी-1 प्रिंट कर आॅनलाईन भुईयां साफ्टवेयर के डेटा मिलान हेतु उपलब्ध कराया गया था साथ ही खसरा एवं बी-1 की डिजिटल हस्ताक्षरयुक्त नकल की आॅनलाईन व्यवस्था हेतु भुईयां साफ्टवेयर डेटा का डिजिटल हस्ताक्षर टोकन के माध्यम से सत्यापन करने के निर्देश भी दिये गये थे।
वर्तमान में लगभग 90 प्रतिशत खसरा की डिजिटल हस्ताक्षरयुक्त प्रति आॅनलाईन उपलब्ध है। साफ्टवेयर में शत-प्रतिशत सही जानकारी उपलब्ध नहीं होने से आम जनता को शासन से मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। इसको ध्यान में रखते हुये प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा भुईयां साफ्टवेयर के डेटा को शत-प्रतिशत त्रुटिरहित करने के निर्देश दिये गये हैं।
शासन से प्राप्त निर्देशानुसार 30 सितंबर 2019 तक राजस्व अभिलेख का भुईयां साफ्टवेयर के डेटा को अद्यतन करने, गिरदावली एवं राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु आवश्यक जांच प्रतिवेदन का कार्य हल्का पटवारी द्वारा प्राथमिकता से किया जायेगा और इसकी नियमित समीक्षा कलेक्टर द्वारा प्रत्येक सप्ताह की जायेगी।