डेस्क
बिलासपुर में एक बार फिर चोरों ने दहशत फैला दी है। हर दिन बिलासपुर के किसी न किसी हिस्से से चोरी होने की खबर आ रही है। हैरान करने वाली बात यह है कि घटनाएं उन मकानों में भी हो रही है जहां कोई नहीं मौजूद हो और चोर उन घरों में भी घुस रहे हैं जहां घरों में लोग मौजूद थे । ऐसी ही दो घटनाएं हाल में घटी। उसलापुर उषा उपवन फेस टू के अंतिम छोर में रहने वाले बालकों के रिटायर कर्मचारी मणि शंकर चतुर्वेदी अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। पिछले 25 जुलाई को वे अपनी पत्नी के साथ बेटे के पास जबलपुर चले गए थे और उनका मकान बंद था। बुधवार को जब वे लौटे तो देखा कि घर के मुख्य दरवाजे का कुंदा टूटा हुआ है। घर में घुसने पर अलमारी को भी खुला हुआ पाया। उनके पीछे चोर घर में घुसकर, अलमारी को तोड़कर लॉकर में रखे सोने-चांदी के जेवरात समेत करीब दो लाख रुपए की चोरी को अंजाम देकर गायब हो गए थे। चोरी की वारदात किस नियत तिथि पर हुई यह कहना मुश्किल है । उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी है। मणि शंकर चतुर्वेदी का मकान शहर के बाहरी हिस्से में और अंतिम छोर पर मौजूद होने से आशंका जाहिर की जा रही है कि बाहरी चोर गिरोह ने चोरी की घटना को अंजाम दिया होगा, जो इस तरह के मकानों को अक्सर निशाना बनाया करते हैं।
वहीं पिछले दिनों व्याख्याता के घर हुई चोरी की ही तर्ज पर पेंड्रा के बड़का टोला डंगनिया निवासी किराना दुकान संचालक सुरेखा राठौर के घर भी चोरी की घटना हुई। खाना खाने के बाद पूरा परिवार घर पर मौजूद था और सो रहा था। सुरेखा राठौर की नींद करीब रात 3:00 बजे खुली तो उन्होंने देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ है। किसी अनहोनी की आशंका से उन्होंने अलमारी की तलाशी ली तो अलमारी को भी खुला हुआ पाया और अलमारी में रखे जेवर गायब पाए। इस मामले में भी पुलिस शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश कर रही है।