
अपने बीच पूर्व मंत्री को पाकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं ने भी उनसे कई रोचक सवाल किए
सत्याग्रह डेस्क
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल बुधवार को आईएएस की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के साथ अपना अनुभव साझा करने पहुंच गए। सिविल सर्विसेज की पढ़ाई में हर तरह की जानकारियो का महत्व है और भविष्य के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच पहुंचकर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अपने 15 साल के राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव उनसे साझा किया। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल उस समय भी चर्चा में रहे जब जीएसटी की रूपरेखा तय की जा रही थी और उन्हें इसमें सुधार की जिम्मेदारी दी गई थी। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में अमर अग्रवाल ने कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी। प्रशासनिक व्यवस्था के साथ नई पीढ़ी में राजनीतिक कैरियर की संभावनाओं पर भी यहां उन्होंने खुलकर बातें की। यहां कोचिंग ले रहे विद्यार्थी वैसे तो सिविल सर्विसेज में जाना चाहते हैं लेकिन भविष्य में ऐसे विद्यार्थी राजनीतिक क्षेत्र में भी कैरियर तलाश सकते हैं।
एक बेहतर राजनीतिक परिदृश्य के लिए यह आवश्यक है कि इस क्षेत्र में भी पढ़े लिखे और समझदार लोग आए ।बुधवार को भावी आईएएस अफसरों के बीच पहुंचे अमर अग्रवाल ने अपने कार्यकाल के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि किस तरह छात्र जीवन से ही उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा ।इसी तरह आईएएस की तैयारी कर रहे छात्र भी चाहे तो अभी से राजनीतिक क्षेत्र में जाने के लिए संभावनाएं तलाश सकते हैं ।उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक अधिकारी बनकर भी किस तरह वे आम आदमी की सेवा कर सकते हैं ,साथ ही प्रदेश और देश हित में भी बेहतर करने का अवसर उनके पास होता है।
बुधवार को भावी सिविल सर्विसेज के अफसरों से रूबरू होने वाले पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि इन दिनों उनके पास वक्त है और वे नई पीढ़ी के साथ अपने अनुभवों को साझा करना चाहते हैं। लिहाजा जब भी उन्हें इस तरह के अवसर के लिए आमंत्रित किया जाएगा , वे खुशी खुशी छात्रों के बीच पहुंचकर अपनी बात रखेंगे। बुधवार को छात्रों के बीच पहुंचे अमर अग्रवाल के कार्यकाल को लेकर कई तल्ख़ सवाल भी किए गए। छात्रों ने पूछा कि सीवरेज सिस्टम, अरपा विकास परियोजना जैसे कुछ योजनाओं में उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए हैं। अमर अग्रवाल ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है और कभी-कभी विकास की कीमत चुकानी पड़ती है । बिलासपुर के लोगों ने कई बरस तक समस्याओं को भोगा है लेकिन आने वाले लंबे वक्त तक इसके बेहतर परिणाम जब सामने आएंगे तब बिलासपुर की जनता उनके कार्यकाल को याद करेगी। अपने बीच पूर्व मंत्री को पाकर और उनसे खुलकर बातचीत कर छात्र-छात्राओं में भी उत्साह नजर आया। उत्साह से लबरेज छात्र-छात्राओं ने कहा कि उनके लिए यह बिल्कुल अलहदा सा अनुभव रहा। पूर्व मंत्री ने बेलाग होकर सभी सवालों का जवाब दिया और उन्होंने भी कई चुभते सवाल किए ।छात्र-छात्राओं का मानना है कि बुधवार को पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल से मिली जानकारियां भविष्य में उनके लिए मददगार साबित होंगी ।
पहले चुनाव में ही जीत के बाद लगातार अमर अग्रवाल रमन सरकार के कैबिनेट का हिस्सा थे और उनका 15 साल का कार्यकाल बेहद व्यस्त था। ऐसा अवसर पहली बार आया है जब उनके पास इस तरह के रचनात्मक कार्यों के लिए पर्याप्त वक्त है और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल अपने इस वक्त का सदुपयोग करते देखे जा रहे हैं। बुधवार को उन्होंने जिस तरह की पहल की, उसकी सराहना छात्र जगत भी कर रहा है। हार के बाद एक बार फिर जनता के बीच पहुंचने की कोशिश की शुरुआत उन्होंने छात्र जगत से की है। अलबत्ता यहां वे एक राजनीतिक व्यक्ति के तौर पर नहीं बल्कि एक शिक्षक के तौर पर पहुंचे थे। जीवन में जो कुछ सीखा उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का उनका यह अंदाज़ सबको भा गया।