
डेस्क

आपको याद दिला दे कि जन्माष्टमी के दौरान 26 अगस्त को हेमू नगर में रहने वाली राजकुमारी यादव अपनी सहेली नेहा यादव के साथ मटका फोड़ कार्यक्रम देखने ओवर ब्रिज के पास फुटपाथ पर रेलिंग पकड़कर खड़ी थी। तभी नेहा का परिचित किशन उर्फ़ दुर्गा प्रसाद मिश्रा वहां पहुंचता है और नेहा के साथ बदतमीजी करने लगता है। किशन को ऐसा करने से मना करने पर उसने नाराज होकर नेहा के बाल पकड़ लिए थे और कहने लगा था कि आजकल तुम मुझसे बात क्यों नहीं करती हो। इसी दौरान अचानक वह अपना आपा खो बैठा और हाथ में रखे धारदार चाकू से हत्या की नियत से नेहा यादव के गला, सीना, पीठ और हाथ में यहां-वहां हमला कर दिया। जब दोनों सहेलियों ने शोर मचाया तो डर कर किशन मौके से फरार हो गया। इसकी शिकायत थाने में की गई थी और पुलिस तब से किशन उर्फ दुर्गा प्रसाद मिश्रा को तलाश रही थी ।इधर हमले में घायल हुए नेहा यादव को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान मुखबिर की सूचना के बाद तोरवा पुलिस को सरफिरे आशिक किशन उर्फ दुर्गा प्रसाद मिश्रा को गिरफ्तारी करने में कामयाबी मिली है ।

घटना में प्रयुक्त धारदार चाकू भी पुलिस ने बरामद कर लिया है ।आपको याद होगा कि उसी दौरान लगातार महिलाओं पर हमले तेज हो रहे थे और यह घटना भी सुर्खियों में थी। बेहद कमजोर सा दिखने वाला किशन सरेआम ऐसा दुस्साहस कर सकता है, यह उसके हुलिये और कद काठी को देखकर सहसा किसी को यकीन नहीं होता, लेकिन उसने जो कारनामा किया है उसकी जीती जागती मिसाल नेहा यादव है ,जो इन दिनों भी अस्पताल में अपना इलाज करा रही है ।कम से कम किशन की गिरफ्तारी से उसके घाव पर कुछ मरहम तो लगा होगा।
