

रमेश राजपूत
बिलासपुर- नगर निगम सीमा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 42 शहीद चंद्रशेखर आजाद नगर में नजूल की भूमि पर लगभग 30-40 वर्षो से निवासरत 300 परिवारों को सड़क पर आने का डर सताने लगा है, जिसकी वजह शासन की एक नियमावली की कंडिका बन रही है। गौरतलब की राज्य सरकार की मंशा है कि सभी आवासहीन, नजूल की जमीन पर वर्षो से काबिज़ परिवारों को जीवन निर्वहन के लिए पट्टे का वितरण किया जाए, ताकि वह भी सरकार के आश्रय में बेफिक्र होकर अपना जीवन यापन कर सके। लेकिन बिलासपुर नगर निगम के वार्ड 42 में रहने वाले लगभग 300 परिवारों को केवल इस लिए पट्टे के लिए अपात्र बताया जा रहा है क्योकि शासन के निर्देश की एक कंडिका में यह दर्ज है कि नहर या नदी के किनारे 30 मीटर के क्षेत्रफल में बसे आबादी को पट्टे का वितरण नही किया जाएगा। इस कंडिका के रोड़ा बनने से वार्ड 42 के शहीद चंद्रशेखर आजाद नगर में वर्षो से काबिज़ सैकड़ो परिवारों को अब बेदखली का डर सताने लगा है, जिन्होंने बुधवार को क्षेत्रीय जनप्रतिधि के नेतृत्व में जिला प्रशासन को आवेदन सौंपकर इस योजना से छूट रहे गरीब परिवारों को राहत पहुँचाने की गुहार लगाई है। जिन्होंने राज्य सरकार की इस योजना को अपने लिए अति महत्वपूर्ण बताते हुए, राज्य सरकार की मंशा की सराहना भी की है और इससे लाभान्वित करने की मांग की है।