
उदय सिंह

बिलासपुर- मस्तूरी थाना क्षेत्र से सामने आई इस अपहरण, फिरौती की मांग और मामले को सुलझाने जुटी पुलिस की कार्रवाई, किसी थ्रिलर फिल्म की कहानी से कम नही है, जिसमें आरोपियों ने उसी व्यक्ति की पत्नी और पोते का अपहरण किया था, जिसकी हत्या के आरोप में उन्हें जेल जाना पड़ा था, बदले की आग और पैसों की लालच में क्षेत्र के आदतन अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था, जिसे मस्तूरी पुलिस और साइबर सेल की टीम ने बड़े ही सूझबूझ के साथ सुलझाते हुए, अपहृत दादी पोते को बरामद कर लिया और आरोपियो को पकड़ लिया। दरअसल मस्तूरी थाना क्षेत्र के भनेसर में रहने वाली आशा बाँधड़े ने थाने में शिकायत दर्ज कराई की उसके पति अंजोरदास के मोबाइल पर उसकी माँ सुमैना पांडु ने डरे सहमे आवाज में फोन कर 2 लाख रुपए की व्यवस्था करने कहाँ है, जो 19 नवम्बर को उसके भतीजे विक्की उर्फ रोहन पांडु के साथ पेशी में बिलासपुर गई थी, जो वापस नही लौटी है और उसे आशंका है कि उसकी माँ और भतीजे का अपहरण हो गया है।

मामले को गंभीरता से लेते हुए मस्तूरी थाना प्रभारी फैजुल शाह एवं टीम ने उच्च अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल एक्शन मोड में आकर मामले को सुलझाने में जुट गई, साइबर सेल की मदद से उन्होंने बारीकी से मामले की जांच शुरू करते हुए परिजनों से जानकारी जुटाई और मोबाइल कॉल के आधार पर सर्चिंग में जुट गई। जैसे ही प्रार्थिया के पति के फोन में फिर से पैसों की मांग को लेकर उसकी माँ ने फोन किया और 2 लाख रुपए अपने पोते विक्की को देने की बात कही, पुलिस विक्की के पैसे लेने आने का इंतजार करने लगी, इसी बीच शाम में विक्की अपनी बुआ के घर पैसे लेने पहुँचा जिसे अपने कब्जे में लेकर पुलिस ने जानकारी जुटाई और तथ्यों को समझा, जहाँ पुलिस को विक्की उर्व रोहन ने बताया कि जब वह पेशी से लौट रहे थे तो उन्हें मोपका के पास सूनसान जगह से दो लोगो द्वारा बलपूर्वक लूथरा के खारा जंगल ले जाकर बंधक बनाकर रखा गया था और दादी को फ़ोन कर पैसो की मांग की जा रही थी, साथ उनके साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा था, दादी और उसे जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी और उनके जान से मारने की धमकी के वजह से ही वह पैसे लेने आया है।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हर एक पहलू पर जानकारी जुटाई जिन्हें यह भी पता चला कि एक आरोपी जयरामनगर रेलवे स्टेशन के पास है जो फिरौती की रकम लेने विक्की को लेकर आया है, तत्काल पुलिस की एक टीम को मौके पर भेजा गया और हुलिए के आधार पर आरोपी शिव शंकर सोनवानी को पकड़ा गया, जिससे पुछताछ करने पर उसने बताया कि उसके दूसरे साथी राजा सिंह द्वारा महिला सुमैना पांडु को खारा जंगल मे बंधक बनाकर कर रखा गया है, जानकारी मिलते ही पुलिस टीम द्वारा पूरे जंगल की सर्चिंग की गई लेकिन महिला और दूसरा आरोपी राजा नही मिले, फिर साइबर सेल की टीम ने आवश्यक सुराग हासिल करते हुए आरोपी राजा का लोकेशन निकाला जो जयरामनगर के पास ही भिलाई भाठा का निकाला, जहाँ पुलिस ने दबिश दी और दूसरे आरोपी राजा सिंह को पकड़ा जिससे कब्जे से अपहृत महिला को बरामद किया।
दोनों आरोपी महिला के पति के हत्यारे

मामले में सबसे बड़ी चुनौती पुलिस के लिए यह थी कि ऐसी घटना को किसने अंजाम दिया होगा, कोई जान पहचान या बाहरी लोग, पुलिस की आशंका सच ही साबित हुई क्योकि अपहरण के आरोपी कोई बाहरी नही, इन्ही आरोपियों पर महिला के पति की हत्या का आरोप है जो जेल में थे और जमानत लेकर बाहर आये थे।
मस्तूरी क्षेत्र के आदतन आरोपी

पुलिस यह भी बताया कि आरोपी राजा सिंह निवासी भदौरा और शिव शंकर सोनवानी क्षेत्र के आदतन अपराधी है, जिनके खिलाफ कई मामले दर्ज है, वही यह घटना बदले की भावना और पैसों की लालसा में अंजाम दिया गया था। फ़िलहाल पुलिस ने कड़ी मेहनत के साथ इस अपहरण और फिरौती की मांग के मामले को सुलझा लिया और आरोपियो को सलाखों के पीछे पहुँचा दिया।