
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर- भारत में एक ओर तो तकनीक पैर पसार रही है, लेकिन आज भी अंधविश्वास की जड़ें गहरी हैं, अशिक्षा और लचर स्वास्थ्य सेवा के चलते बीमारियों की गिरफ्त में आने वाले बच्चे,युवा,बुजुर्ग को भूत-प्रेत का साया मानकर उन्हें चिकित्सा पद्धति से दूर रखने की प्रथा बरकरार है। जिसका मूल्य मरीज को जान गवाकर चुकानी पड़ती है। अंधविश्वास के इन जड़ो को काटने अब क्षेत्र के युवा गांव गांव जाकर जागरूकता अभियान चला रहे है। ताकि भविष्य की पीढ़ियों को ज़बरन ढोना न पड़े।

इसी कड़ी में मौलाना आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय के बी.एड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र- छात्राओं ने ग्राम बहतराई में जागरूकता अभियान चलाया। जहाँ युवाओ ने नुुुक्कड़ नाटक के माध्यम से अंधविश्वास के दुष्प्रभाव से अवगत करातेे हुए उनसे दूर रहने अपील की। इस दौरान छात्रो ने बताया कि जादू टोना बस एक भ्रम है जो हमेशा ही मरीज को नुकसान पहुंचाता है छात्रों ने ग्रामीणोंं से मुलाकात कर विपरीत परिस्थितियों में ये सब कुछ नही होता लोगों का बस भ्रम है, छात्र/ छात्राओं ने एक दिवस पहले बहतराई ग्राम में जा कर ग्रामवासियो से मिले और उनके घर के सदस्यों की परिस्थितियों को समझा साथ ही साथ उनको मिल रहे शासन द्वारा योजना से छात्रों ने अवगत कराया।
ग्रामीणों को जागरूक करने इनकी सहभागिता अहम..

अंधविश्वास को लेकर लगतार कई जाने जा चूंकि है। और आज भी जागरूक की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रो में मरीजो को डॉक्टर के पहले फूक झाड़ करने तांत्रिको के पास ले जाया जाता है। जिसे रोकने मौलाना आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय प्रबंधन ने ग्रामीणों को जागरूक करने सराहनीय पहल की है। जिसे सफल बनाने मौलाना आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय की प्रोफ़ेसर अनामिका दुबे की उपस्थिति पर नाटक में नम्रता,आरती सिंह,अंतरा अधिकारी,बेबी शिखा,संजू सूर्यवंसी,वैदही,प्रतिभा पाटनवार,दीपक चन्द्रा,रवि केरकेटा,मोनिका,दिव्या,चन्द्रिका,शिवानी,गोपाल प्रसाद,सावन इंदु,सुलक्षणा,मीनाक्षी सिंह,विद्या,चुड़ाकान्त इन सभी बी.एड के छात्र – छात्राओं ने सहभागिता निभायी।
