
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – जिले में बढ़ते संक्रमण के खतरे के बीच अब शहर के कुछ असामाजिक लोग स्वास्थ्य विभाग के कार्यो पर ही अडंगा डाल रहे है। इनदिनों स्वास्थ्य विभाग के सैम्पलिंग लेने पहुँच रही टीम के साथ लगातार बदसलूकी की जा रही है। यह लोग शायद इस बात से अंजान है कि उनकी एक गलती सैकड़ो लोगो के लिए आफत बन सकती है। ताजा मामला शनिवार को जबड़ापारा और मगरपारा में देखने को मिला। जहाँ संदेहियों के सैम्पल लेने पहुँची स्वास्थ्य विभाग की टीम का जमकर विरोध किया गया। दरसअल शुक्रवार को दोनों ही जगहो से पॉजिटिव मरीज मिले थे। जिनके संपर्क में आने वाले संदेहियों के लिए शनिवार को टेक्नीशियन और डॉक्टरो की टीम मौके पर पहुँची थी। जहाँ संदेही और उनके परिवार के लोगो ने सैम्पल देने से साफ मना कर दिया। यही नही वह मेडिकल स्टाफ को वापस लौटने दबाव बनाने लगे। करीब एक घन्टे दोनों ही जगहो में कोरोना वारियर्स को जाहिल लोगो की बे बुनियादी बातों को सुनना पड़ा। जब यह बात उनके सुपीरियर को पता चली,तो उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी संबंधित थानों में दी। जिसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुँची तब जाकर मामला शान्त हुआ।
जान हथेली पर रख ले रहे संदेहियों का सैम्पल,,कभी भी हो सकती है अनहोनी..

कोरोना वायरस को लेकर शहरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी कई प्रकार की भ्रांति फैली है। जिसका सीधा असर स्वास्थ्य विभाग के मैदानी स्तर में काम कर रहे योद्धाओं को हो रहा है। क्योकि टेक्निकल बातों से अंजान लोग अक्सर मेडिकल स्टाफ को ही अपना दुश्मन समझ बैठते है। लिहाजा कोरोना संक्रमित मरीजो को हॉस्पिटल में भर्ती करने से लेकर उनके संपर्क में आए संदेहियों के सैम्पल कलेक्शन में पहुँचने वाली टीम को अपनी जान हथेली पर रख कर काम करना पड़ता है। इस बीच ना तो कोई क्षेत्र के बुद्धजीवी उनके मदद के लिए पहुँचते है और न ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि हालाकि विपरीत परिस्थितियों में स्थानीय पुलिस ही उनके सुरक्षा का एकमात्र विकल्प रहती है।