

बिलासपुर- प्रदेश में लागू आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मरीजों का उपचार करने वाले शासकीय और निजी अस्पतालों को बीमा कंपनी द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा। शासन से प्रीमियम की पूरी राशि मिलने के बाद भी अस्पतालों के उपचार की राशि रोक दी गई है। यह समस्या प्रदेश के बाद अब जिले के प्राइवेट अस्पतालों के लिए भी सिरदर्दी साबित हो रही है, लगातार मिलने वाली शिकायतों के बाद मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी ने रेलीगेयर बीमा कंपनी को जल्द ही भुगतान करने को कहा है। वैसे तो प्रदेश में लागू स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मरीजों का उपचार करने वाले अस्पतालों को भुगतान नहीं किए जाने की शिकायत बहुत पुरानी है।

इसे लेकर कई बार निजी अस्पताल संचालक अपना विरोध जताते हुए स्वास्थ्य बीमा योनजा में इलाज बंद कर चुके हैं। इसके बाद भी कंपनी अपने भुगतान की प्रक्रिया में सुधार नहीं करती। इस बार भी निजी के साथ शासकीय अस्पतालों में भी किए गए उपचार के भुगतान की समस्या आन खड़ी हुई है। जिले में संचालित प्राईवेट हॉस्पिटल को विगत एक महीनों से क्लेम राशि का भुगतान नही हुआ है। यह राशि अब तक 12 करोड़ से भी अधिक हो चुकी है। जिसके भुगतान के लिए रेलीगेयर बीमा कंपनी द्वारा कोई ठोस पहल नही की जा रही है। मालूम हो जिले में आयुष्मान योजना के तहत 50 डेंटल हॉस्पिटल और 40 निजी नर्सिंग हॉस्पिटल पंजीकृत है। जिनके द्वारा अब तक सैकड़ो की संख्या में क्षेत्रवासियो को आयुष्मान भारत योजन के तहत इलाज किया गया हैं। जिसके समय पर भुगतान नही होने की वजह से हॉस्पिटल प्रबंधन में काफी रोष है।