
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – राजधानी के बाद अब न्यायधानी में भी कोरोना विकराल रूप लेने लगा है। संक्रमित मरीजो के बढ़ते संख्या ने वैसे ही मुसीबत खड़ी कर दी है। तो अब लगातार जिले में संक्रमित मरीजो के मौत होने का सिलसिला थमने का नाम ही नही ले रहा है। कोरोना मरीजो के मौत के इस दौर में रविवार को भी दो अन्य मरीजो के मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के अनुसार पहला मामला मोपका का बताया जा रहा है। 37 वर्षीय महिला जो केयर एंड क्योर निजी हॉस्पिटल में एडमिट थी। जहाँ उसकी मौत शनिवार देर रात 1: 30 बजे हो गई है। बताया जा रहा है महिला के ब्रेन और ईयर में कुछ दिक्कत थी। जिसके इलाज के लिए परिजनों ने पहले उसे प्रथम हॉस्पिटल बहतराई में एडमिट कराया था। जहाँ से उसे 7 अगस्त को केयर एन क्योर में एडमिट कराया गया था। वही डॉक्टर ने उसके गंभीर हालत को देखते हुए वेंटिलेटर में रखा था। इस बीच महिला की सर्जरी होनी थी। जिसके पूर्व महिला का एंटीजन से कोरोना टेस्ट किया गया।

जिसमें वह शनिवार को पॉजिटिव आई थी। इसके अलावा शांति नगर निवासी 65 साल की बुर्जुग महिला की भी मौत हुई है। इस मामले ने सभी को हैरत में डाल दिया है। क्योंकि जिस महिला की मृत्यु हुई है। उसका रविवार को कोविड हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जाना था, लेकिन रविवार सुबह ही उसकी तबीयत बिगड़ी,उसे पहले अपॉलो हॉस्पिटल रैफर करने की तैयार चल रही थी पर उसे कोविड हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने सिम्स भेज दिया। लेकिन हॉस्पिटल ले जाने के दौरान ही उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है महिला 30 जुलाई को संक्रमित होने के बाद कोविड हॉस्पिटल लाई गई थी। इधर परिजन महिला की डेड बॉडी के लिए घंटों इंतजार करते रहे। वही इस मौत के पीछे हॉस्पिटल प्रबंधन प्रथम दृष्टिया आर्ट अटैक आने से ही मरीज की मौत होने की बात कह रही हैं उनका मानना है कि महिला को हृदय रोग था देर रात उसे उससे संबंधित ही तकलीफ हो रही थी ऐसे में सवाल यह है कि अगर महिला को देर रात स्वास्थ्य में खराबी आई थी तो उन्हें हॉस्पिटल में रिसीव क्यों नहीं किया गया। बहरहाल इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। आपको बता दे अब इन मौतों के बाद जिले में संक्रमित मरीजो के मौत का आकड़ा बढ़कर 12 पहुँच गया है।
एक संदेही की हुई मौत,,सिम्स में रखी गई डेड बॉडी..

जिले में दो करोना संक्रमित मरीजों के मौत के अलावा एक 65 वर्षीय महिला की भी मौत हुई है। जो कि सरकंडा के लिंगियाडीह में रहती थी। जिसकी मौत शनिवार को हुई है। बताया जा रहा महिला की मौत संदिग्ध मानी जा रही है। जिसके वजह से उसका पीएम नही किया गया है। फिलहाल उसे सिम्स के मरच्यूरी में रखा गया है।
जेल में कैदियों के मौत को लेकर जिला प्रशासन ने कराई मजिस्ट्रियल जांच,अब रिपोर्ट का इंतजार..

सैंट्रल जेल में अब तक चार बंदियों की मौत हो चूंकि है। जिसमे एक 86 वर्षीय कैदी की मौत कोविड हॉस्पिटल,तो दूसरी मौत जेल की 90 साल की महिला कैदी की हुई थी। जो हॉस्पिटल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ चुकी थी। इसके अलावा 75 साल और 85 साल के कैदी की मौत अपोलो हॉस्पिटल में हुई है। इन सभी मामलों में मौत की वजह जानने जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए है, जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकि है।
जिले में अब तक इनकी हुई मौत,,न्यायधानी में कोरोना ने छिनी ली एक दर्जन जिंदगानिया..
जिले में अब तक 12 कोरोना संक्रमित मरीजो की मौत हुई है। जिनकी जानकारी इस प्रकार है।
1- 3० मई को मस्तूरी डग्निया निवासी 9 साल की बच्ची की मौत
2- 6 जून को इमलीभाठा निवासी 34 वर्ष के युवक की मौत
3- 2० जून को नर्मदा निवासी 7० साल के बुजूर्ग की मौत
4- 26 जूलाई को मस्तुरी टीकारी निवासी 35 साल के महिला की मौत
5- 31 जुलाई केंद्रीय जेल के 85 साल के बुजूर्ग कैदी की मौत
6- 4 अगस्त मोपका निवासी 58 साल आरपीएफ जवान की मौत
7- 4 अगस्त विनोबा नगर निवासी 7० साल के बुजूर्ग की मौत
8- 4 अगस्त केंद्रीय जेल में 9० साल के वृद्धा कैदी की मौत
9- 6 अगस्त को केंद्रीय जेल के 85 साल के बुजुर्ग कैदी की मौत
10- 6 अगस्त को केंद्रीय जेल के 75 साल के बुजूर्ग कैदी की मौत
11- 9 अगस्त को मोपका निवासी 37 साल की महिला की मौत
12- 9 अगस्त को शांति नगर निवासी 65 साल की वृद्धा की मौत