
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – आम समय मे निजी स्कूलों की फीस वृद्धि की शिकायत तो आम थी ही! पर अब विश्व आपदा की इस विपरीत परिस्थितियों में भी निजी स्कूलों द्वारा फीस को लेकर प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष तरीके से पालकों पर दबाव बनाने की शिकायत थमती नजर नही आ रही है। जिसको लेकर राज्य सरकार ने कड़े निर्णय लेते हुए, बुधवार को एक आदेश प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को प्रेषित किया गया है। जिसमे निजी स्कूल प्रबंधन लॉक डाउन के बीच किसी भी तरह से पालकों से फीस नही लेने आदेशित किया है। राज्य सरकार के द्वारा जारी आदेश में जिले सहित प्रदेश के सभी नामी स्कूलों को लिखित (संदर्भित पत्र) के माध्यम से यह सुनिश्चित करना होगा, कि उन्होंने लॉक डाउन के बीच स्कूल में अध्ययन किसी भी बच्चो के अभिभावकों से पार्ट पेमेंट नही मांगी जा रही है।
पालकों की शिकायत को गंभीरता से लिया डीपीआई ने..

मालूम हो लॉक डाउन के बाद ही डीपीआई ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी को फीस के लिए दबाव बनाने वाले स्कूलो पर पैनी नजर बनाने निर्देशित किया था। लेकिन इसके बावजूद प्रदेश के कुछ मतलबी स्कूल प्रबंधन ने पालकों को फोन और मैसेज कर फीस जमा करने के लिए परेशान करना शुरू कर दिया। जिसकी शिकायत डीपीआई जिंतेंद्र शुक्ला तक पहुँची जिसके बाद उन्होंने उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए आदेश जारी किया है।
स्कूलो को 24 घन्टे के भीतर देना होगा शपथपत्र..

राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में यह तो स्पष्ट कर दिया गया है। कि प्रदेश के सभी निजी स्कूलों को फीस वसूली के संबंध में शपथपत्र डीईओ को देना होगा। इसके अलावा डीपीआई द्वारा जारी उक्त आदेश का जवाब 24 घन्टे में देने के प्रदेश के सभी डीईओ को कहाँ गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग के आला अफसर अभी से हरक़त में आ गए है, बताया जा रहा है कि इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले स्कूलो पर कार्यवाही की जा सकती है।