
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – जिले में कोरोना के बढ़ते दायरे के मद्देनजर अब संक्रमित मरीजो के उचित व्यवस्था करने स्वास्थ्य विभाग योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। वर्तमान स्थिति में संक्रमित मरीजो के इलाज हेतु बिस्तरों की कमी को दूर करने विभाग ने जिले में 7 अन्य कोविड सेंटर बनाने की तैयारी की है। जिसमे लगभग 510 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। बताया जा रहा है यह सभी कोविड सेंटर जिले के चार ब्लॉक में बनाए जा रहे है। जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों के संक्रमित मरीजो को राहत मिल सकेगी। गौरतलब है कि जिले में बीते कुछ दिनों में संक्रमित मरीजो की संख्या 1930 तक पहुँच चूकी है। जिसके विपरीत जिले में संक्रमित मरीजो के इलाज के लिए बिस्तर सहित हॉस्पिटल में इलाज की व्यवस्था नही हो पा रही है। लिहाजा मजबूरन संक्रमित मरीजो को घर मे आइसोलेशन में रख डॉक्टरी परामर्श के माध्यम इलाज किया जा रहा है, यह समस्या सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में है। जिसे दूर करने जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण इलाको में कोविड सेंटर बनाने का निर्णय लिया है।

जहाँ मरीजो के इलाज शुरू करने स्वास्थ्य विभाग ने ऑक्सीजन सैलेण्डर, स्ट्रैचर, बिस्तर सहित अन्य सामाग्री की खरीदी की है। स्वास्थ्य विभाग के स्टोर से इसे अब ब्लॉको में सप्लाई किया जाएगा जिसके बाद इन सेंटरों में मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार संभव हो सकेगा।
इन जगहों को किया गया चिन्हाकित,,जहाँ बनाए जा रहे अस्थाई कोविड सेंटर..
जिले में कोटा, मस्तूरी, तखतपुर और बिल्हा ब्लॉक में 510 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। जिसमे बिल्हा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 20 बिस्तर, कम्यूनिटी भवन बिल्हा में 70 बिस्तर, तखतपुर के कस्तुरबा गांधी आवासिय विद्यालय जरेली में 50, मस्तुरी के जेके कॉलेज में 100 बिस्तर, कोटो के डॉ.सीवी रमन विश्वविद्यालय में 150 बिस्तर, मस्तुरी के गवर्मेन्ट ब्यॉज हॉस्टल में 70 बिस्तर, मस्तुरी जयरामनगर के सेंट जोसेफ हॉस्टल में 50 बिस्तर स्थापित कर उपलब्ध कराने की तैयारी है।