
कोटा रमेश भट्ट
कोटा- ग्राम बेलगहना वन विभाग के अंतर्गत फॉरेस्ट के केकराडीह बेरियर से महज 500 मीटर दूरी पर वन विभाग की गश्ती की रात सागौन के हरे भरे पेड़ को कोटा बेलगहना मुख्य मार्ग वनदेवी जंगल के किनारे से लकड़ी तस्कर काटकर ले गए। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं की रात को सड़क किनारे ही पेड़ को आसानी से काटकर तस्करी की जा सकती है।
जबकि राजधानी रायपुर कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक रायपुर द्वारा सभी जिले के वन विभाग कर्मचारियों को, 24 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक रात्रि में गश्त करने का विशेष आदेश दिया गया था, जिसके परिपालन के निर्देश मातहत अधिकारियों और कर्मचारियों को मिले थे,
बावजूद इसके उच्च अधिकारियों के निर्देश को दरकिनार कर जंगलों को तस्करों के लिए खुला छोड़ दिया जा रहा है। ताजा मामला प्रकाश में आने के बाद जब बेलगहना वन परिक्षेत्र अधिकारी को इसकी सूचना दी गई तो उन्होंने अपना पलड़ा झाड़ते हुए उपयुक्त जवाब नही दिया। जिससे यह आसानी से समझा जा सकता है जंगल की निगरानी करने वालो को ही जंगल की कोई फ़िकर नही है, जहाँ जंगली जानवरों का शिकार हो रहा है और बेशकीमती ईमारती लकड़ियों के लिए हरे भरे पेड़ो को काटा जा रहा है।