
उदय सिंह
मस्तूरी – छत्तीसगढ़ में गोवंश की तस्करी बढ़ गई है। पूरे प्रदेश में कई छोटे-बड़े तस्कर गिरोह सक्रिय हैं, जिनका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। जिसे रोकने शासन प्रशासन की सारे कवायदें नाकाफी साबित हो रही है। तस्कर बड़े ही शातिर तरीके से गौवंशो की तस्करी कर रहे है। जिसकी भनक स्थानीय पुलिस को भी नही हो रही है। या यूं कहें पुलिस के सह पर यह गौरख धंधा चल रहा है तो गलत नही होगा। ताजा मामला मस्तूरी ब्लॉक के पचपेड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत से सामने आया है।
जहाँ ग्रामीण की सूचना पर गौवंशो से भरे ट्रक को पुलिस ने अपने कब्जे पर लिया है। दरसअल ग्राम बोहारडीह के ग्रामीणों ने रविवार सुबह गांव के पास मैदान में एक ट्रक को फंसा हुआ देखा। जब ग्रामीण उसके करीब पहुँचे तो ट्रक में भरे गायों को देख वो अचंभित हो गए। उन्होंने तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचना दी। जिन्होंने मौके पर पहुँच तफ्तीश की तो पता चला कि ट्रक क्रमांक सीजी-04-जे के 9188 में 32 मवेशियों को बर्बरता पूर्वक भरकर रखा गया था।
जहाँ चारे पानी के अभाव में करीब 8 मवेशियों ने दम तोड़ दिया था वही 3 मवेशी पैर टूटने की वजह से घायल हो गए थे, बाकि 21 गायों को गांव के पास ही एक गौशाला में रखा गया है। पुलिस के पूछताछ में गौवंश की तस्करी करने वालो की जानकारी नही मिल सकी है। इधर ट्रक को फंसा छोड़ ट्रक चालक और हेल्फर मौके से पहले ही फरार हो गए है। अब पचपेड़ी पुलिस भी केवल ट्रक के नंबर के आधार पर ही तस्करों तक पहुँचने की कोशिश में जुटी है।
इस वाकिये ने एक बार फिर प्रदेश में गौवंश की सुरक्षा को लेकर किए गए सारे प्रबंध की पोल खोल दी है। सरकार भले ही गोहत्या पर प्रतिबंध लगा दिया हो, लेकिन न तस्करी पर अंकुश लगा और न ही इसके वंश बढ़ाने की दिशा में ठोस काम हुआ। स्थिति यह है प्रदेश में गोवंश की तस्करी भी तेजी से हो रही है। ऐसे में पुलिस के द्वारा दिए जा रहे तस्करों को अभयदान से उनकी मौज हो रही है। जिसका खामियाजा गौवंश को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है।
आखिर किससे डर कर भाग रहे थे तस्कर,,जिसकी भनक पुलिस को भी नही थी…
सूत्रों की माने तो उक्त मामले में पचपेड़ी पुलिस भी सवालो के कठघरे में है। क्योंकि जिस ट्रक में गौवंश थे। वह रायपुर जिले की ट्रक थी और वह निश्चित रूप से ग्रामीण क्षेत्र से आ रही थी। ऐसे में पचपेड़ी पुलिस को इन तस्करों की भनक तक नही लगी कि एक ट्रक में इतनी बड़ी संख्या में गौवंशो को लाया जा रहा था। अगर इसकी जानकारी पुलिस को नही थी। तो आखिर तस्करों का पीछा किसके द्वारा किया जा रहा था।
जिससे घबराए ट्रक चालक ने मुख्य सड़क छोड़ मवेशियों से भरे ट्रक को ग्राम बोहारडीह के मैदान मेंं घुसाना पड़ा और ट्रक फंसने के बाद भागने की नौबत आन पड़ी।