
शायद यही वजह है कि मदनपुर के सरपंच वीरेन्द्र साहू को कांग्रेस की सरकार होने की वजह से स्वयं पर आरोप सिद्ध होने के बाद भी कार्यवाही का कोई डर नहीं है

रतनपुर रवि सिंह ठाकुर
रतनपुर-विकासखंड बिल्हा अंतर्गत ग्राम पंचायत मदनपुर के सरपंच/ सचिव के द्वारा अनियमिता पेंशन राशि सहित अन्य मदो पर की गई भ्रष्टाचार के विरुद्ध उप सरपंच रथ बाई के नेतृत्व में पंचों द्वारा एफ आई आर दर्ज करने मुख्यमंत्री ,पंचायत मंत्री, को सौंपा ज्ञापन।एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही नही करने पर कलेक्टर परिसर के सामने सामूहिक आत्मदाह करने की दी चेतावनी।शिकायत सही पाए जाने के 20 दिन बीत भी कार्यवाही नही होने से भ्रष्ट सरपंच सचिव पर को कांग्रेस सरकार द्वारा संरक्षण देने का लगाया आरोप।
ग्राम पंचायत मदनपुर विकास खंड बिल्हा जिला बिलासपुर के वर्तमान सरपंच विरेन्द्र साहू पिता घनाराम साहू के विरुद्ध वित्तीय वर्ष 2015 से लेकर वर्तमान वित्त वर्ष तक विभिन्न मदो पर भ्रष्टाचार करने का आरोप सिद्ध होने के बाद ग्राम के उपसरपंच रथ बाई के नेतृत्व मे पंचो द्वारा कार्यवाही की मांग की है।
पंचायत प्रतिधियों द्वारा बताया गया कि शिकायत की दी गई बिंदु में जांच करते हुए जांच कमेटी में शामिल सदस्यों द्वारा संदिग्ध मानते हुए पाया गया कि सरपंच विरेन्द्र साहू द्वारा स्वयं की निजी संस्था निधि कंस्ट्रक्शन है जो बिना टिन नंबर के संचालित हो रही है।जिस का दुरुपयोग करते हुए मटेरियल सप्लायर के साथ ही राशि का भुगतान किया गया है।पेंशन राशि आहरण करने के बावजूद आहरण रोकड़ पंजी में दर्ज नहीं किया जाना,पीएम आवास फर्जीवाड़ा, शौचालय निर्माण मे घोटाला का सिद्ध होना ।साथ ही पचरी निर्माण ,मुक्ति धाम शेड, नाली साफ सफाई के साथ वृक्षारोपण के नाम पर भारी अनियमितता का मिलना।वहीं मूलभूत राशि में गड़बड़ी के साथ पंचायत द्वारा बिना प्रस्ताव के कार्य की राशि आहरण करना जैसे मामले मे जांच कमेटियों द्वारा दोषी पाया गया है।बावजूद इसके सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से नाराज प्रतिनिधियों ने 25 फरवरी को उप सरपंच रथ बाई की अगुवाई में रामू देवदत्त ,संतोष गौतम ,अर्जुन साहू ,जगदीश साहू, जिला राम साहू, लेखराम साहू,ने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन,पंचायत मंत्री मुख्य सचिव अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को आवेदन पत्र के माध्यम से सरपंच सचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।यदि एक सप्ताह के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर बिलासपुर कलेक्टर कार्यालय में सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी गई है।
बहरहाल जांच में दोषी पाए जाने के 20 दिन बाद भी सरपंच सचिव पर कार्यवाही नहीं करने से प्रशासनिक रवैये पर सवाल उठना लाजमी है।आखिर क्यों प्रशासन सरपंच के अपने नतमस्तक है।
कांग्रेस की सरकार बनने से सरपंच के हौसले बुलंद
ग्राम पंचायत मदनपुर सरपंच वर्तमान में ब्लाक कांग्रेस कमेटी करके अध्यक्ष पद पर आसीन है।उनके द्वारा ग्राम पंचायत में एक के बाद एक लगातार अनियमितता की गई है।सरपंच द्वारा बिना टिन नंबर के निजी कंस्ट्रक्शन का उपयोग करते हुए मटेरियल सप्लाई के साथ पंचायत के अन्य कार्यो में भी भ्रष्टाचार की वींव रखी गई।सरपंच द्वारा शासन के नियमों को धता बताकर राजनीतिक पहुंच का दुरुपयोग भी किया गया हैं।कांग्रेस की सरकार आने के साथ ही वर्तमान में मदनपुर सरपंच स्वयं ही एक पद पर नियुक्त है ।शायद यही वजह है कि मदनपुर के सरपंच वीरेन्द्र साहू को कांग्रेस की सरकार होने की वजह से स्वयं पर आरोप सिद्ध होने के बाद भी कार्यवाही का कोई डर नहीं है।