
बड़ी संख्या में मिले एक्सपायरी वस्तुए यह दर्शा रही है कि लंबे समय से रेलवे की नाक के नीचे एक्सपायरी वस्तुएं बेचने का गोरखधंधा चल रहा है
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
बिलासपुर-रेलवे स्टेशनों में यात्रियों की सुविधा के लिए खादय सामग्रियों के स्टाल उपलब्ध कराए गए है। लेकिन रेलवे के अधिकारियों को शिकायत मिल रही थी कि स्टालों में एक्सपायरी डेट की सामग्रिया बेची जा रही है। लिहाज़ा मंगलवार को रेलवे और आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन के विभिन्न स्टाल के साथ जनआहार में छापा मारा। जिसमे बड़ी संख्या में एक्सपायरी सामग्री स्टाल संचालकों के पास मिली।
प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में लोग रेल सेवा का उपयोग कर अपने निर्धारित स्थानों में पहुचते है। परंतु सफर लंबा होने के कारण रेलवे की ओर से विभिन्न स्टेशनों में खाने पीने के स्टाल उपलब्ध कराए गए है। वही यात्रियों को गुणवक्ता और शुद्ध सामग्री स्टेशनों के यात्रियों को उपलब्ध हो इसके लिए नियम भी बनाये है लेकिन स्टाल संचालक उनकी अनदेखी कर एक्सपायरी डेट की वस्तुएं यात्रियों को उपलब्ध कराते है। मंगलवार को भी ऐसी ही घटना बिलासपुर रेलवे स्टेशन में यात्री के साथ हुई। जिसमें स्टाल संचालक ने यात्री को एक्सपायरी डेट वाला बिस्किट पैकेट थमा दिया। यात्री ने जब इसकी शिकायत स्टाल के वेंडरों से की तो वेंडर ने यही बिस्किट होने की बात यात्री से कही। यात्री ने इसकी शिकायत स्टेशन मैनेजर से की। जिसके बाद स्टेशन मैनेजर और आईआरसीटीसी के अधिकारी स्टेशन के स्टालों के अवलोकन के लिए पहुचे। सबसे पहले वे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मौजूद जनआहार के स्टाल में गए तो उन्होंने पाया कि स्टाल में एक्सपायरी बिस्किट, एक्सपायरी दूध और एक्सपायरी आइसक्रीम की बड़ी तादाद मौजूद हैं। जिस पर अधिकारियों ने स्टाल संचालक को जमकर फटकार लगाई। वही सभी एक्सपायरी सामग्रियों को जप्त कर लिया। इसके अलावा स्टाल संचालक पर जुर्माना भी किया है। लगातार संचालकों को निर्देश देने के बाद भी संचालक मनमानी कर रहे है।
निश्चित ही जिस तरह से मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी स्टेशन के विभिन्न स्टाल में कई गई है। उससे यह तो स्पष्ठ है कि रेलवे नियम विरुद्ध कार्यो पर सख्त है। बड़ी संख्या में मिले एक्सपायरी वस्तुए यह दर्शा रही है कि लंबे समय से रेलवे की नाक के नीचे एक्सपायरी वस्तुएं बेचने का गोरखधंधा हो रहा है। वो तो भला हो यात्री का जिसने हिम्मत दिखाकर स्टाल संचालक की शिकायत रेलवे के अधिकारियों से की। वरना संचालक तो मनमाने तरीके से एक्सपायरी वस्तुओं को बड़ी ही आसानी से बेच रहे थे। चाहे इससे किसी की जान आफत में भी क्यो न आ जाये। ऐसे में रेलवे के अधिकारियों को कठोर दंड स्टाल संचालकों को देना होगा। जिससे आगे वे ऐसे कार्य करने से पहले कई बार सोचे।