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आखिरकार सत्याग्रह news.in की खबरों के बाद मुंगेली कलेक्टर डॉ एस एन भूरे ने कार्यवाही करते हुए रिश्वतखोर क्लर्क को निलंबित करने का आदेश दिया है। हमने शनिवार को ही प्रमुखता से यह खबर प्रकाशित की थी कि किस तरह मुंगेली के सीएमओ सीपी आगरे और उनका मुंह लगा क्लर्क इंद्रजीत आदिले ने विभाग में भ्रष्टाचार का दलदल बना रखा है। नर्स और अन्य मेडिकल कर्मचारियों को ट्रांसफर के बाद रिलीव करने के लिए इनके द्वारा पांच से लेकर बीस हजार रुपये तक की रिश्वत मांगी जा रही थी। इस तरह की शिकायत लगातार मिलने के बाद हिडन कैमरा से रिश्वतखोर सीएमओ और कलर का वीडियो रिकॉर्ड कराया गया। जिसमें दोनों रिश्वत लेते दिख और सुने जा रहे हैं । इस वीडियो के वायरल होते ही मुंगेली में हड़कंप मच गया और कलेक्टर डॉ एस एन भूरे ने जांच के बाद कार्यवाही करते हुए मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी के क्लर्क इंद्रजीत आदिले को निलंबित कर दिया। वहीं मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए राज्य शासन को जानकारी भेज दी गई है। लंबे वक्त से सीएमओ और क्लर्क की जोड़ी यहां रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का खेल खेल रही थी लेकिन उनकी करतूत का भंडाफोड़ होते ही कार्यवाही की गाज गिरी है। हालांकि शुरुआती तौर पर बड़ी मछली का कुछ नहीं बिगड़ा और गाज तालाब की छोटी मछली पर ही गिरी है लेकिन जिस तरह उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटा लिए गए हैं और शासन को उनके खिलाफ कार्यवाही के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है उससे मुमकिन है कि आने वाले दिनों में मुंगेली सीएमओ सी पी आगरे के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही होगी। वैसे विभागीय कार्यवाही के बाद अब दोनों रिश्वतखोरी पर कानूनी कार्यवाही की मांग भी पीड़ित कर रहे हैं।
